हीरापुर।हीरापुर स्थित वामनराव लाखे स्कूल में वामनराव लाखे की 152वीं जयंती के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। हीरापुर में संचालित शासकीय स्कूलों के छात्रों के बीच प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई। प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को अतिथियों ने सम्मानित किया।
श्री वामन राव लाखे जी के 152वी जयंती के उपलक्ष्य में प्राचार्य श्रीमती मंजू साहू द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
श्रीमती मंजू साहू जी प्राचार्य ने बताया कि श्री वामन राव लाखे जी का जन्म रायपुर शहर में 17 सितंबर 1872 में हुआ और उन्होंने उनका जीवन परिचय दिया उनके द्वारा बहुत ही सुंदर कविता बोली गई कि
‘‘मुस्कान आपकी हमारे लिए वरदान है
आपका मार्गदर्शन हमारे लिए सम्मान है
आप आए रब हम पर मेहरबान है,
बड़े नसीबों वाले हैं हम जो आप हमारे मेहमान हैं’’
समिति के अध्यक्ष श्री अजय तिवारी जी, अध्यक्ष, प्रबंध समिति, समाजसेवी, ने कार्यक्रम के उद्बोधन में कहा कि श्री वामन राव लाखे जी का जन्म बुढ़ापारा में संपन्न हुआ। उन्होंने देश की आजादी में अपनी सेवाएं दी। सहकारिता के क्षेत्र में, सहकारिता संघ का निर्माण किया। सहकारिता की स्थापना, किसानों के उद्धार के लिए की। ताकि किसान, साहूकार के चक्कर में ना रहे। एक विशेषता यह रही है कि गरीबों के लिए, किसानों के लिए निशुल्क अपनी सेवाएं देते थे और लड़ते थे। छत्तीसगढ़ के स्वप्नदृष्टा सबसे पहले उन्होंने सपना देखा और छत्तीसगढ़ मित्र नामक पत्रिका के संपादक रहे, जिसमें माधव राव जी साथ में उसके साथ कार्य करते रहे। अंग्रेजों के खिलाफ देश को आजादी कैसे देंगे उन्होंने पत्रिका के माध्यम से लोगों और संसार तक पहुंचाने का कार्य करते रहे। ऐसे महान व्यक्ति के जन्म के अवसर पर आज हम सब लोग उपस्थित हुए हैं। यहां पर जो हमारे अतिथि आए हैं मैं उनका धन्यवाद करता हूं, कहते हुए उन्होंने अपना उद्बोधन समाप्त किया।
श्री कौशल किशोर मिश्रा ने कहा कि श्री वामनराव लाखे जी के 152वी जयंती के अवसर पर आज हम सब यहां उपस्थित हुए। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रकाश अवस्थी जी, कार्यक्रम के अध्यक्ष अजय तिवारी जी, विशेष रूप से उपस्थित श्री दिलीप षडंगी जी, श्री राम अवतार तिवारी, श्री बृजेश चैबे जी। इतनी सारी विभूतियां मंच पर आसीन हैं और सब अपने-अपने क्षेत्र में अपना योगदान कर रहे हैं, समाज की सेवा कर रहे हैं।
श्री कौशल किशोर मिश्रा जी ने कहा कि मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आज कौन सी जयंती है अब आप इस मुद्दे पर ध्यान दीजिए की एक व्यक्ति का महत्व कितना होगा कि 152 साल की जयंती मना रहे हैं आपको मनुष्य का जीवन मिला है तो आप बहुत भाग्यशाली है जब आप औरों के काम आएंगे तभी आपका जीवन पूरी तरीके से पूर्ण होगा इसलिए उन्होंने कहा कि आप अपने लिए नहीं लेकिन औरों के लिए समाज के लिए भी जीएं तो हो सकता है कि लाखे जी की छाया में आप लोग भी आगे बढ़े।
तत्पश्चात कार्यक्रम में आए विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ी अभिनेता कलाकार श्री प्रकाश अवस्थी जी का उदबोधन हुआ उन्होंने सभी का सम्मान किया सभी का स्वागत किया और बच्चों को बच्चों को बताया कि जब वह छोटे थे तब वह सबसे पहले इंजीनियर बनना चाहते थे और उसके बाद उन्होंने पीडब्ल्यूडी में डी.ई.ओ. बनना चाहते थे लेकिन लास्ट में वह हीरो बन गए। उन्होंने कहा कि आपको जो भी बनना हो, तो आपके जीवन का जो भी लक्ष्य हो, उसको कम से कम दिन भर में 100 बार दोहराओ कि मुझे यह बनना है, यह बनना है और एक फिल्म मया 2 के द्वारा उन्होंने मैसेज दिया की परिवार से बढ़कर कुछ नहीं है। अंत में, उन्होंने गीत सुनाया – कतको दवा करे भले संसार गा, काम आथे दुख सुख में परिवार गा …………। है दिखावा दोस्ती और प्यार गा, काम आथे सुख-दुख में परिवार गा…………….।
पंडित वामन बलिराव लाखे जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शिक्षाविद सहकारिता के जनक, जिला सहकारी बैंक, भूमि विकास बैंक, समाज सेवक की 152वी जयंती समारोह, दिनांक 17 सितंबर 2024 मंगलवार को दोपहर 12ः00 बजे से आयोजित की गई।
इस समारोह में विशिष्ट अतिथि माननीय श्प्काश अवस्थी जी, अभिनेता निर्देशक छत्तीसगढ़ी फिल्म, उपस्थित थे। माननीय श्री अजय तिवारी जी अध्यक्ष, प्रबंध समिति, समाजसेवी, श्रीमती भारती यादव, प्राचार्य, श्री वामन राव लाखे उ. मा. शाला गांधी चैक, डाॅ. देवाशीष मुखर्जी, प्राचार्य, महंत लक्ष्मीनारायण दास महा., गांधी चैक, श्रीमती मंजू साहू, प्राचार्य, श्री वामन राव लाखे उ. मा. शाला, हीरापुर, श्री विष्णु महोबिया, व्यवस्थापक, श्री वामन राव लाखे स्कूल, श्रीमती आशारानी बोस, प्राचार्य, एस. पी. इंग्लिश मीडियम स्कूल, हीरापुर, सहित अन्य लोग मौजूद थे।