CG BREAKING : भाजपा नेता दिनदहाड़े उठाई गिरी का शिकार, पुलिस के काम पर सवालिया निशान

BJP leader picked up a victim of a fall in broad daylight, question mark on the work of police
बिलासपुर। बिलासपुर जिला में शातिर बदमाशों के हौसल किस कदर बुलंद है, इसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली हैं। यहां एक बीजेपी नेता के इनोवा कार का शीशा तोड़कर बदमाशों ने रूपयों से भरे बैंग की उठाईगिरी कर फरार हो गये। दिनदहाड़े हुए इस वारदात के बाद एक बार फिर बिलासपुर पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठने लगा हैं।
दिनदहाड़े हुए उठाईगिरी की ये वारदात तारबाहर थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि टिकरापारा दयालबंद निवासी भाजपा नेता ऋषि केसरी शुक्रवार की शाम गांधी चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक गये थे। यहां से उन्होने लेबर पमेंट के लिए करीब सवा लाख रुपए निकलवाया। फिर रुपयों को काले रंग के बैग में रखकर कार की सामने की सीट में रखने के बाद अपने दोस्त और एल्डरमेन यतीश गोयल के यहां की शादी के आयोजन में शामिल होने रवाना हुए थे। शिव टॉकीज चौक के पास स्थित जगन्नाथ मंगलम भवन के बाहर इनोवा कार को खड़ा कर वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होेने जैसे ही ऋषि केसरी अंदर पहुंचे। इसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने कार के दरवाजे का शीशा तोड़कर अंदर रखे रूपयों से भरा बैग से कैश निकाल कर फरार हो गये।

करीब आधे घंटे बाद जब ऋषि केसरी शाम करीब 6 बजें के लगभग वापस जाने के लिए कार के पास पहुंचे, तो उनके कार का शीशा टूटा हुआ था और अंदर से बैग में रखे रुपए गायब मिले। दिनदहाड़े हुए उठाईगीरी की इस घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर हड़कंप मच गया। तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी, जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस की पूछताछ में भाजपा नेता ऋषि केसरी ने बताया हैं कि उनका ईंट भट्ठा का भी कारोबार हैं। जिसमें काम करने वाले मजदूरों का पमेंट करने के लिए उन्होने बैंक से रुपए निकाले थे।
शादी भवन से वे लेबर पेमेंट के लिए ही जाने वाले थे, तभी उठाईगीरों ने उन्हें निशाना बनाते हुए कार से लाखों रूपये की उठाईगिरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गये। उठाईगिरी के इस मामले में तारबहार पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर घटना के कारणों की जांच करने के साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे CCTV फूटेज को खंगाल रही है, ताकि दिनदहाड़े हुए इस उठाईगिरी की वारदात में शामिल बदमाशों की पहचान हो सके। फिलहाल घटना के 15 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है, वही बिलासपुर में आये दिन हो रहे लूट और उठाईगिरी की वारदात ने बिलासपुर पुलिस की पुलिसिंग पर सवालिया निशान लगा दिया हैं।