नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही विभिन्न दलों की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा की जा रही है। राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो गई है। इस लिस्ट में 65 उम्मीदवारों के नाम हैं। लिस्ट में उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे का भी नाम है। आदित्य वर्ली सीट से ताल ठोकेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार गुट की एनसीपी की लिस्ट पहले ही जारी हो चुकी है। बीजेपी भी अपने 99 प्रत्याशियों के नामों का एलान कर चुकी है।
एमवीए में सीटों का बंटवारा
इसी बीच, महाविकास आघाड़ी में सीटों का बंटवारा हो गया है। गठबंधन में शामिल एनसीपी (शरद पवार गुट), उद्धव गुट की शिवसेना और कांग्रेस के बीच बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। उद्वव गुट के नेता संजय राउत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट बंटवारे का एलान किया।
कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा चुनाव?
उन्होंने बताया कि एमवीए में शामिल तीनों दल कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट), उद्धव गुट की शिवसेना 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। 18 सीटों पर हम समाजवादी पार्टी सहित अपने गठबंधन दलों से बात करेंगे और कल तक स्थिति साफ हो जाएगी। बची 15 सीटों पर बाद में फैसला किया जाएगा।
एमवीए में लंबे समय से सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस, दोनों अपने लिए अधिक सीटों की मांग कर रही थीं, जबकि राकांपा (शरदचंद्र पवार) के नेता शरद पवार शांत बैठे हुए थे। शिवसेना ने शुरू में ही संकेत दे दिए थे कि वह 120 से कम सीटों पर नहीं मानेगी, क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के साथ गठबंधन में 124 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस भी हाल के लोकसभा चुनावों में मिली अपनी अच्छी सफलता को आधार बनाते हुए गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती थी। सीटों की खींचतान में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले एवं शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत के बीच कुछ कहासुनी भी हो गई थी। शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से भी संपर्क स्थापित कर विदर्भ एवं मुंबई की करीब एक दर्जन सीटें अपने लिए छोड़ने की बात की थी, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश के नेता इस बार शिवसेना (यूबीटी) की जिद के सामने झुकने को तैयार नहीं थे। अंततः बुधवार को शरद पवार ने यह विवाद सुलझाने की पहल की। उनकी अध्यक्षता में हुई तीनों दलों की बैठक में फिलहाल 85-85-85 का फार्मूला तय हो गया है।