ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-2 के निधन से शोक में दुनिया, PM मोदी ने क्वीन को ऐसे किया याद
नई दिल्ली : ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने दुनिया को अलविदा कह दिया है जिसके बाद पूरी दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई है। बुधवार को महारानी की तबीयत अचानक बिगड़ गई जिसके बाद से डॉक्टर्स लगातार उनके हेल्थ का सुपरविजन कर रहे थे। महारानी की हेल्थ को लेकर डॉक्टर्स ने चिंता जताते हुए आराम करने की सख्त सलाह दी थी। महारानी एलिजाबेथ को पिछले साल अक्टूबर से ही स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें चलने और खड़े होने में दिक्कत आ रही थी।
PM मोदी ने महारानी के निधन पर जताया दुख
महारानी को संबोधिन में ‘योर मैजेस्टी’ बोलने का रिवाज था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने अपने शोक संदेश में लिखा- 2015 और 2018 में ब्रिटेन दौरे के समय Her Majesty Queen Elizabeth से यादगार मुलाकात रही थी।
एलिजाबेथ के नाम दूसरा सबसे लंबा शासन करने का रिकॉर्ड
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कंजरवेटिव पार्टी की नेता लिज ट्रस को मंगलवार को औपचारिक रूप से ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। बकिंघम पैलेस के मुताबिक उनको episodic mobility की दिक्कत थी। 21 अप्रैल 1926 को जन्मीं एलिजाबेथ ऐलैग्ज़ैंड्रा मैरी ने 70 साल तक ब्रिटेन पर शासन किया। इस तरह से दुनिया में दूसरी सबसे लंबा शासन करने का रिकॉर्ड एलिजाबेथ के नाम है। नंबर एक पर सबसे लंबा शासन काल फ्रांस के राजा लुई चौदहवें का माना जाता है जिसने 72 साल तक फ्रांस पर शासन किया था।
क्वीन एलिजाबेथ की ताकत-
राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर सबसे ज्यादा विदेशी यात्रा करने वाली शासक
कॉमनवेल्थ के 54 देशों और राज्य क्षेत्रों की प्रमुख
1960-70 के दौरान सबसे ज्यादा देशों को आजाद किया
20 से ज्यादा देशों को ब्रिटिश उपनिवेश से स्वतंत्रता दी
हर रियासत में एलिजाबेथ की एक अलग उपाधि थी
महारानी को संबोधन में ‘योर मैजेस्टी’ बोलने का रिवाज
1973 में ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन में एंट्री दिलाई
1991 में खाड़ी युद्ध की जीत पर अमेरिकी संसद के
संयुक्त सत्र को संबोधित करने वाली पहली अंग्रेज शासक
राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर एलिजाबेथ ने सबसे ज्यादा विदेशी यात्राएं की
I had memorable meetings with Her Majesty Queen Elizabeth II during my UK visits in 2015 and 2018. I will never forget her warmth and kindness. During one of the meetings she showed me the handkerchief Mahatma Gandhi gifted her on her wedding. I will always cherish that gesture. pic.twitter.com/3aACbxhLgC
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
1953 से लगातार ब्रिटेन की शासक रहीं एलिजाबेथ द सेकेंड ने अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ा है। इनके चार बच्चे हैं- प्रिंस चार्ल्स, ऐने, एंड्रयू और राजकुमार एडवर्ड। एक राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर एलिजाबेथ ने सबसे ज्यादा विदेशी यात्राएं की थीं। एलिजाबेथ ने 1956 से 70 के दौरान 20 से ज्यादा देशों को ब्रिटिश उपनिवेश से स्वतंत्र कर दिया था। क्वीन एलिजाबेथ ने 1973 में ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन में एंट्री दिलाई। एलिजाबेथ 1991 में खाड़ी युद्ध की जीत पर अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने वाली पहली अंग्रेज शासक थीं। महारानी को संबोधिन में ‘योर मैजेस्टी’ बोलने का रिवाज था।