विशाखापत्तनम। भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में सनसनीखेज पांच विकेट लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने खुलासा किया है कि पावरप्ले के ओवरों में फुल लेंथ पर बॉलिंग करने की उनकी योजना पिछले 13 सालों से नहीं बदली है और इसने उनको अच्छा रिजल्ट दिया है।
स्टार्क को रविवार को भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की 10 विकेट से जीत में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने 53 रन देकर पांच विकेट लिए। सीरीज में अब तक हुए दो मैचों में वो आठ विकेट ले चुके हैं।
पावरप्ले के दौरान स्ट्राइक करने की पेसर की क्षमता भारत में दिखी। सीरीज के दूसरे मैच में स्टार्क के चार विकेट धमाकेदार ओपनिंग स्पैल के दौरान आए, जिसने मेजबान टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने के तुरंत बाद बैकफुट पर ला दिया।
स्टार्क की नई गेंद को स्विंग कराने की क्षमता और पारी की शुरूआत में जल्द विकेट लेना एक ऐसा गुण है जिसने बाएं हाथ के इस गेंदबाद को अपने पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर में अच्छा रिजल्ट दिया है। 33 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि वह अपनी रणनीति नहीं बदलेंगे जिससे उन्हें सिर्फ 100 से अधिक एकदिवसीय मैचों में अपने देश के लिए 219 विकेट लेने में मदद मिली है।
स्टार्क ने खेल के बाद कहा, मेरी योजना 13 साल से नहीं बदली है। पूरी लेंथ की गेंदबाजी करें, स्टंप्स पर बॉल डालें, कोशिश करें कि स्विंग हो। लंबे समय से मेरी भूमिका रही है कि मैं पावरप्ले में विकेट लेने की कोशिश करूं।
कभी-कभी इसका मतलब है कि मैं शायद अधिक महंगा हूं, लेकिन मैं सभी तरीकों से आउट करने की कोशिश करता हूं, इसलिए यह पिछले दो मैचों में कोई नया गेम प्लान नहीं है।
जब आपके पास एक शक्तिशाली बल्लेबाजी इकाई है जो भारत के पास है, यदि आप पावरप्ले में विकेट ले सकते हैं तो इसका मतलब है कि हम कुछ मामलों में खेल को नियंत्रित कर सकते हैं, जो कि आज हमने किया।