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राजधानी में सरपंंचों का हंगामा: CM निवास की ओर बढ़े तो हुई पुलिसवालों से धक्का-मुक्की, महिलाएं भी महिला पुलिस कर्मियों से भिड़ी

रायपुर। रायपुर में शनिवार को प्रदेशभर के 2 हजार सरपंच पहुंच गए। सबसे पहले इन्होंने बढ़ापारा के धरना स्थल्न पर धरना दिया। यहां छत्तीसगढ़ सरपंच संघ के पदाधिकारियों ने मंच से सभा को सबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के सरपंचों को बीमा, पेंशन मिलनी चाहिए। मानदेय बढाने और विकास के लिए फड देने की मांग रखी गई। इसके बाद राज्य के हर जिले से आए सरपचों ने रैली निकाली। ये बूढ़ापारा की सड़क से मुख्यमंत्री निवास घेरने को बढ़े। रास्ते में सप्रे स्कूल के बाद पुलिस ने सरपचों का रास्ता रोक लिया। बड़ी तादाद में यहां सरपंचों का हंगामा शुरू हो गया। पुलिसवालों से धक्का-मुक्की भी हुड़। महिलाएं भी महिला पुलिस कर्मियों से भिड़ गईं।

देर तक सरपच यहा से आगे जाने की जिद पर अड़े रहे। कछ देर बाद जिला प्रशासन के अफ सरों ने सरपंचों से मुलाकात की। उनका ज्ञापन लेकर बात शासन तक पहुंचाने का वादा किया। मगर सरपंच राजी नहीं हुए। करीब डेढ़ घटे तक हगामा चलता रहा, जिसके बाद सरपच शांत हुए।

ये सरपचों का अपमान है : छत्तीसगढ़ सरपच सघ के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने बताया ग्राम पंचायत के सरपच बनने के बाद गाव की जनता की सेवा जरूर कर रहे है। मगर मानदेय के रूप में हर महीना 2000 रुपये मिलता है, ये सरपंच का अपमान है। हमें घर परिवार भी चलाना अब मुश्किल हो गया है। उपाध्याय ने दावा किया कि उन जैसे कई सरपंच कर्ज लेकर गांव के लोगों के लिए काम करते हैं। फंड कम मिलता है या तो समय पर मिलता ही नहीं है।

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