5 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी के आरोपी को पुलिस ने दबोचा, 7 साल से फरार था फरार, छीपकर कर रहा था गार्ड की नौकरी
बालोद : छत्तीसगढ़ के 6 जिले व अन्य राज्य के विभिन्न जिलों की पुलिस ठगी के मामले में आरोपी की तलाश कर रही थी। इसी कड़ी में बालोद सहित 6 जिले के 10 हजार से ज्यादा लोगों से लगभग 5 करोड़ रुपए ठगी करने वाली दिव्यानी प्रॉपर्टी लिमिटेड चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर ध्रुव कुमार वर्मा(42) को बालोद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी 2015 से यानी 7 साल से फरार था।
एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी, टीआई नवीन बोरकर ने बताया कि ठगी की लगातार शिकायत मिलने के बाद दिव्यानी कंपनी चिटफंड घोषित हुई। जिसके बाद आरोपी डायरेक्टर त्यागपत्र(इस्तीफा) देकर अपनी पहचान छिपाने के लिए अपना निवास स्थान भिंड (एमपी) को छोड़कर जिला गाजियाबाद(यूपी) में नौकरी कर रहा था। धोखाधड़ी मामले में इस कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ बालोद के अलावा दुर्ग, रायपुर, धमतरी, कोरबा, जांजगीर-चांपा में भी अपराध दर्ज है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है।
ठगी के शिकार लोगों के साथ ठगी की राशि बढ़ने का अनुमान है। आरोपी को पकड़ने बालोद एसपी ने एक टीम गठित की थी। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने 5 दिन तक मध्यप्रदेश के भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर एवं उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में कैम्प लगाकर यानी रुककर आरोपी के बारे में कई जानकारी हासिल की। 5 दिन तक टीम ने सुराग हासिल किया। जिसके बाद जहां सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था, वहां दबिश देकर गिरफ्तारी की कार्यवाही की।
आरोपी मूल निवास स्थान में अपनी पत्नी व बच्चों को छोड़कर आरोपी गाजियाबाद में रहकर नौकरी कर रहा था। आरोपी काे पकड़ने में बालोद टीआई नवीन बोरकर, कंवर चौकी प्रभारी धरम भुआर्य, आरक्षक भोप सिंह साहू, योगेश सिन्हा सायबर सेल, दीपक यादव लोहारा, दस्तावेज व तकनीकी साक्ष्य के लिए आरक्षक प्रवीण साहू बालोद, प्रधान आरक्षक रूम लाल चुरेन्द्र, आरक्षक मिथलेश यादव सायबर सेल का योगदान रहा।