RAIPUR NEWS : Major negligence of police in Raipur, missing engineer buried after declaring him unclaimed.
रायपुर, 4 नवंबर 2025। राजधानी रायपुर से पुलिस लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर मृणाल राय चौधरी, जो 1 जून 2025 से लापता थे, उनका शव पुलिस को 2 जून को नाले में मिला था, लेकिन पहचान की कोशिश किए बिना लावारिस बताकर दफना दिया गया। और हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने यह जानकारी परिवार को पूरे छह महीने तक नहीं दी।
जानकारी के मुताबिक, 1 जून की रात मृणाल ने अपने परिवार को फोन कर बताया था कि उसकी हत्या की साजिश रची जा रही है और उसकी जान को खतरा है। इसके कुछ देर बाद उसका मोबाइल बंद हो गया और वह लापता हो गया। परिवार ने अगले दिन, यानी 2 जून को सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिवार ने पुलिस को यह भी बताया था कि मृणाल के हाथ पर ‘सोनू’ लिखा टैटू बना है और उसकी बाइक व मोबाइल गायब हैं।
इसी दिन टाटीबंध इलाके के नाले में एक अज्ञात युवक का शव मिला था, लेकिन पुलिस ने पहचान की गंभीर कोशिश किए बिना उसे लावारिस मानते हुए दफना दिया। परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस ने उस समय सही जांच की होती, तो उन्हें अपने बेटे का शव छह महीने बाद नहीं खोजना पड़ता।
परिवार ने बताया कि वे छह महीनों से रायपुर के विभिन्न थानों, पुलिस अधिकारियों, CMO और PMO तक न्याय की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने जानकारी साझा नहीं की। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने न सिर्फ लापरवाही की, बल्कि पूरे मामले को छिपाया भी।
कुछ दिन पहले मृतक की मां ने वार्ड के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बीजेपी नेता गुंजन प्रजापति से मिलकर भावुक होकर अपनी पीड़ा साझा की। मामला जब मीडिया और प्रशासन तक पहुंचा, तब जाकर यह बड़ा खुलासा हुआ कि मृणाल का शव जून में ही पुलिस द्वारा दफनाया जा चुका था।
अब परिजनों की मांग पर पुलिस ने शव को कब्र से निकालकर डीएनए परीक्षण और पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। परिवार ने दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कठोर विभागीय और कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
