DOUBLE VOTER LIST : Prashant Kishor accused of being a voter in two states, BJP raises questions
नई दिल्ली। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) पर दो राज्यों बिहार और पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने का आरोप लगा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी ने दावा किया है कि प्रशांत किशोर का नाम बंगाल के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र (पार्ट नंबर 220) के साथ-साथ बिहार की वोटर लिस्ट में भी सक्रिय रूप से दर्ज है।
बीजेपी का आरोप – “दोहरा पंजीकरण चुनाव कानून का उल्लंघन”
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल और बिहार, दोनों राज्यों के मतदाता हैं। अगर उनकी पार्टी की बिहार में वास्तविक उपस्थिति होती तो यह बड़ा विवाद होता, लेकिन जन सुराज का कोई महत्व नहीं है।”
मालवीय ने आगे कहा, इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि राहुल गांधी के सभी सहयोगी ‘वोट चोरी’ में शामिल हैं। यह पाखंड हैरान करने वाला है।”
बीजेपी का कहना है कि चुनाव आयोग के दस्तावेजों से दोहरे पंजीकरण का खुलासा हुआ है, जो चुनाव कानून की धारा 17 और 18 के तहत अवैध है। कानून के अनुसार, एक व्यक्ति का नाम केवल एक ही मतदाता सूची में हो सकता है।
बंगाल की वोटर लिस्ट में पीके का नाम
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के सीईओ पोर्टल पर उपलब्ध दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया है कि कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र की 2025 की अंतिम मतदाता सूची में प्रशांत किशोर का नाम दर्ज है।
पार्टी का आरोप है कि पीके ने 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्वाचन क्षेत्र भवानीपुर में मतदाता के रूप में नामांकन कराया था, और अब भी वह सूची में सक्रिय हैं।
पीके की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
इस पूरे विवाद पर प्रशांत किशोर या उनकी टीम की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
