विधानसभा में विपक्ष के सवालों पर घिरे शिक्षा मंत्री, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में खोले गए स्कूलों में शिक्षकों की कमी पर सदन में हंगामा
रायपुर। आज प्रश्नकाल में स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े सवालों पर सदन में हुई बहस। धरमलाल कौशिक ने बंद हुए स्कूलों को खोलने एवं वहां स्कूलों में शिक्षक भर्ती की मुद्दा उठाया। धरमलाल कौशिक ने सवाल किया कि जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2023 तक कितने नक्सल प्रभावित इलाके के स्कूल खोले गये हैं। जवाब में मंत्री प्रेमसाय सिंह ने बताया कि नक्सल प्रभावित 275 स्कूलों को खोला गया है।
वहीं उन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या की जानकारी देते हुए मंत्री प्रेमसाय सिंह ने बताया कि उन स्कूलों में 185 शिक्षकों को पदस्थ किया गया है। वहीं स्थानीय स्तर पर भी पढ़े लिखे युवाओं को शिक्षक के तौर पर पदस्थ किया गया है। धरमलाल कौशिक ने पूछा कि उन युवाओं को वेतन किस आधार पर दिया जा रहा है, जवाब में शिक्षा मंत्री ने बताया कि डीएमएफ मद से उन्हें मानदेय का भुगतान किया जा रहा है। शिक्षक की भर्ती और घोषणा से कम स्कूलों को खोले जाने के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि बड़े बड़े होर्डिंग लगाकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्कूल खोलने का ढिढोरा पीटा गया है, लेकिन उन स्कूलों में शिक्षक ही नहीं है। ये भी सबको बताना चाहिये।
वहीं शिवरतन शर्मा ने कहा कि सरकार ने उनके ही सवाल के जवाब में स्वीकारा है कि अलग-अलग शिक्षकों की कमी है। जब शिक्षक ही नहीं है, तो स्कूलों को खोलने का क्या औचित्य है।