CHANDRASHEKHAR AZAD VIVAD : नगीना सांसद पर यौन उत्पीड़न का आरोप, रोहिणी घावरी ने दर्ज कराई FIR ….

CHANDRASHEKHAR AZAD VIVAD : Nagina MP accused of sexual harassment, Rohini Ghavri files FIR….
नई दिल्ली/बिजनौर। उत्तर प्रदेश के नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद और स्विट्जरलैंड में रह रहीं पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सांसद पर यौन उत्पीड़न, शादी का झांसा, और मानसिक प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए पोस्ट किया – “मर्दों वाली लड़ाई लड़, गृहमंत्री के पीछे मत छिप… समझा।”
रोहिणी ने अपने पोस्ट में लिखा कि “इतनी जल्दी नहीं मरूंगी, तुझे मार के मरूंगी” और सांसद पर स्विट्जरलैंड से शराब की बोतलें मंगवाने के आरोप भी लगाए। उन्होंने भाजपा और गृह मंत्रालय से सवाल किया कि “क्यों बचा रहे हो इसको, ऐसा क्या दे रहा है?”
इधर, सांसद प्रतिनिधि विवेक सेन ने रोहिणी के X पर पोस्ट को लेकर बिजनौर की धामपुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। FIR में कहा गया है कि “सांसद की एक वीडियो जिसमें वे ग्रीन टी पी रहे हैं, उसे शराब बताकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया, जिससे उनकी छवि धूमिल हो रही है और मानसिक उत्पीड़न हो रहा है।” पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इससे पहले रोहिणी ने बुधवार को X पर सुसाइड की धमकी दी थी। उन्होंने लिखा था – “मेरा जीवन बर्बाद कर के खुशियां मना रहा है। आज ही तेरे नाम पर जहर खाऊंगी।”
दैनिक भास्कर से बातचीत में रोहिणी ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को सबूत दिए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। “हमारे देश में पीड़िता को न्याय के लिए मरना पड़ता है, जब तक आत्महत्या का प्रयास नहीं करती, तब तक कोई नहीं सुनता।”
आरोपों का बैकग्राउंड
रोहिणी ने तीन महीने पहले राष्ट्रीय महिला आयोग में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप है कि चंद्रशेखर आजाद ने शादी का झांसा देकर कई बार उनकी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाए और उन्हें मानसिक व सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया।
रोहिणी के मुताबिक, उन्होंने 2019 में स्विट्जरलैंड के जिनेवा में पीएचडी एडमिशन लिया और इसी दौरान चंद्रशेखर से मुलाकात हुई। तीन साल तक रिलेशनशिप में रहने के बाद जब उन्होंने शादी की बात की तो चंद्रशेखर ने इंकार कर दिया और आत्महत्या की धमकी देकर उन्हें चुप रहने को कहा।
वर्तमान में रोहिणी स्विट्जरलैंड में नौकरी कर रही हैं और एक NGO भी चला रही हैं। उनका कहना है कि “मैं मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से टूट चुकी हूं, लेकिन स्वाभिमान और सम्मान के लिए लड़ाई जारी रखूंगी।”