CG BREAKING : NHMMI अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, लाइसेंस रद्द होने की संभावना

CG BREAKING: NHMMI hospital accused of negligence, possibility of license being canceled
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में NHMMI अस्पताल पर इलाज में लापरवाही और मरीजों से अवैध वसूली के गंभीर आरोपों के बाद, राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। जांच कमेटी ने अस्पताल को दोषी पाया है और लाइसेंस रद्द करने के साथ-साथ प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज करने की सिफारिश की है।
मामला क्या है? –
रायपुर की 45 वर्षीय भारती देवी खेमानी को सितंबर 2024 में NHMMI अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक सप्ताह के इलाज में 20 लाख रुपये खर्च करने के बाद, डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए हैदराबाद रेफर कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने एयर एम्बुलेंस सेवा के नाम पर 8 लाख रुपये अतिरिक्त लिए, लेकिन एम्बुलेंस में आवश्यक मेडिकल सुविधाओं और डॉक्टरों की व्यवस्था नहीं थी। एयरपोर्ट पहुंचने पर भारती देवी की मौत हो गई।
जांच रिपोर्ट के खुलासे –
राज्य सरकार द्वारा गठित जांच कमेटी ने पाया
डिस्चार्ज रिपोर्ट में गड़बड़ी : अस्पताल ने “Discharge Against Medical Advice” (DAMA) लिखकर अप्रिय घटना की संभावना से बचने की कोशिश की।
अवैध वित्तीय लेनदेन : NHMMI प्रबंधन और रेड हेल्थ एम्बुलेंस के बीच व्यावसायिक समझौते में वित्तीय लेनदेन को छुपाने का प्रयास किया गया।
आपातकालीन सेवाओं में कमी : एम्बुलेंस में प्रशिक्षित डॉक्टर और आवश्यक उपकरणों की अनुपस्थिति उजागर हुई।
कानूनी कार्रवाई की तैयारी –
जांच कमेटी ने अस्पताल के लाइसेंस को छत्तीसगढ़ राज्य उपचर्यागृह एवं रोगोपचार अधिनियम, 2010 की धारा 9.1 और 9.3 के उल्लंघन के तहत निरस्त करने की सिफारिश की है। कलेक्टर रायपुर को रिपोर्ट सौंप दी गई है, और जल्द ही पुलिस कार्रवाई की उम्मीद है।
सरकार की सख्ती –
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में सख्त कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है। पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने और लापरवाह अस्पतालों पर नकेल कसने के लिए ये कार्रवाई राज्य में चिकित्सा सेवा की गुणवत्ता में सुधार का संकेत है।
छत्तीसगढ़ की जनता को इस पहल से स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव की उम्मीद है।