बलौदाबाजार। महिला उत्पीड़न जांच समिति गठन के निरीक्षण के नाम पर व्यापारियों से कथित रूप से पैसा उगाही करने के मामले में श्रम विभाग में बड़ी कार्रवाई हुई है। अपर श्रमायुक्त ने इस मामले में आरोपी श्रम निरीक्षक रामचरण कौशिक के साथ मौके पर मौजूद दो श्रम उप निरीक्षक और एक प्लेसमेंट श्रम कल्याण उप निरीक्षक को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
जारी नोटिस के अनुसार, जांच समिति की रिपोर्ट में पाया गया कि श्रम पदाधिकारी कार्यालय बलौदाबाजार द्वारा POSH एक्ट (कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से संरक्षण अधिनियम) के तहत आंतरिक परिवाद समिति गठन करवाने भेजे गए दल में शामिल श्रम निरीक्षक रामचरण कौशिक ने गुमाश्ता लाइसेंस और POSH समिति गठन के नाम पर व्यापारियों से भयादोहन करते हुए अवैध वसूली की।
इस जांच दल में श्रम उप निरीक्षक अभय दुबे, कोमल सिंह मरावी, और श्रम कल्याण निरीक्षक (प्लेसमेंट) कार्तिकेय दुबे भी मौजूद थे। आरोप है कि उन्होंने अपने साथी अधिकारी द्वारा व्यापारियों से किए जा रहे अभद्र व्यवहार और अवैध वसूली को रोकने का प्रयास नहीं किया, जिससे वे भी जिम्मेदारी के दायरे में आ गए हैं।
अपर श्रमायुक्त ने तीनों उप निरीक्षकों से पूछा है कि क्यों न उन्हें भी श्रम निरीक्षक के अवैधानिक कृत्य में भागीदार मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए ।तीनों अधिकारियों को तीन दिवस के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
