Trending Nowशहर एवं राज्य

CG RAID UPDATE : दुर्ग-भिलाई समेत 30 ठिकानों पर ACB-EOW की बड़ी कार्रवाई, 90 लाख नकद, सोना-चांदी और अहम दस्तावेज जब्त

CG RAID UPDATE: ACB-EOW takes major action at 30 locations including Durg-Bhilai, 90 lakh cash, gold-silver and important documents seized

रायपुर/भिलाई। बहुचर्चित छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच में एक बार फिर बड़ी कार्रवाई सामने आई है। ACB और EOW की संयुक्त टीमों ने दुर्ग-भिलाई, महासमुंद और धमतरी समेत प्रदेश के 30 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान करीब 90 लाख रुपये नकद, सोना-चांदी, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, और शराब घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

भिलाई में कवासी लखमा के करीबी अशोक अग्रवाल के घर छापा

शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे चार गाड़ियों में सवार ACB-EOW की टीमें भिलाई पहुंचीं।

हाउसिंग बोर्ड स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट में कारोबारी अशोक अग्रवाल के निवास पर रेड डाली गई।

नेहरू नगर में बंसी अग्रवाल, एसके केजरीवाल, विशाल केजरीवाल, संजय गोयल और आशीष गुप्ता के यहां दबिश दी गई।

खुर्सीपार में विनय अग्रवाल के घर भी दस्तावेजों की जांच हुई।

फैक्ट्रियों, होटल और अस्पतालों तक फैली जांच

ACB की टीम ने

• अशोक अग्रवाल की फेब्रिकेशन फैक्ट्री,

• बंसी अग्रवाल की GI तार फैक्ट्री,

• आशीष गुप्ता के इंटरनेशनल होटल,

• संजय गोयल के स्पर्श हॉस्पिटल

सहित सभी से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच की।

महासमुंद और धमतरी में भी छापेमारी

महासमुंद जिले के सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापा पड़ा।

धमतरी में अशोक अग्रवाल के दामाद सौरभ अग्रवाल के घर में 8 सदस्यीय टीम जांच कर रही है।

क्या-क्या बरामद हुआ?

राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार:

• करीब 90 लाख रुपये नकद

सोना-चांदी,

महत्वपूर्ण दस्तावेज,

डिजिटल डेटा,

मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण,

अचल संपत्ति से संबंधित कागजात जब्त किए गए हैं।

शराब घोटाले की जांच में पहले भी हुई थी रेड

3 दिन पहले कवासी लखमा और उनके करीबियों के 13 ठिकानों पर रेड हुई थी। रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर और अंबिकापुर में दस्तावेज और 19 लाख कैश बरामद किया गया था।

शराब घोटाला: अब तक क्या सामने आया?

ED ने ACB में दर्ज कराई FIR, घोटाले की रकम 2100 करोड़ रुपए से अधिक बताई गई।

• पूर्व मंत्री कवासी लखमा, IAS अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी, और कारोबारी अनवर ढेबरपर आरोप।

2019 से 2022 के बीच डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई सरकारी शराब।

• FL-10A और FL-10B लाइसेंस के जरिए विदेशी शराब सप्लाई में गड़बड़ी की गई।

कवासी लखमा पर घोटाले के मास्टरमाइंड सिंडिकेट का हिस्सा होने का आरोप।

• हर महीने 2 करोड़ रुपए की कमाई, जो बेटे के घर और कांग्रेस भवन सुकमा के निर्माण में खर्च होने की बात सामने आई।

advt----
advt--0005-april
advt--0007-april
advt-april2025-001
Share This: