देश में दिल्ली की हवा सबसे ज्यादा खराब, पहली बार गंभीर श्रेणी में पहुंचा AQI
नई दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता (AQI) गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। यह पहली बार है जब राजधानी में एक्यूआई 400 के पार पहुंचा हो। वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) का कहना है कि ग्रेप-4 (GRAP-4) लागू करने के लिए बृहस्पतिवार को समीक्षा की जाएगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई 418 रहा। बिहार के हाजीपुर में AQI 417 था, जो देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मंगलवार शाम 4 बजे 334 रहा था। बुधवार सुबह 9 बजे हवा 366 के साथ ‘बहुत खराब’ थी।
CAQM ने की बैठक
सीएक्यूएम ने भी एक्यूआई 418 पहुंचने पर बैठक की, जहां उप समिति ने बताया कि दिल्ली और आसपास के शहरों में ज्यादा कोहरा रहा। सुबह के समय दृश्यता शून्य रही। एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। हालांकि, तेज हवाओं के कारण, प्रदूषक सांद्रता और उसके कारण AQI में बृहस्पतिवार से गिरावट आने की उम्मीद है। अगले दिन AQI के ‘बहुत खराब’ श्रेणी में वापस जाने की संभावना है। इसी को देखते हुए ग्रेप-3 के प्रतिबंध लागू करने पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके लिए 14 नवंबर की समीक्षा की जाएगी।
AQI से वायु प्रदूषण का चलता है पता
वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) एक नंबर होता है जिसके जरिए हवा की गुणवत्ता को आंका जाता है। इससे वायु में मौजूद प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाया जाता है। एक्यूआई की रीडिंग के आधार पर हवा की गुणवत्ता को छह कैटेगरी में बांटा गया है। शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब, और 401 और 500 के बीच AQI को गंभीर माना जाता है।
दिल्ली में सुबह पहली बार पड़ा घना कोहरा
दिल्ली में बुधवार को सर्दियों के इस सीजन का पहला घना कोहरा पड़ा। आलम यह रहा कि आईजीआई एयरपोर्ट पर सुबह साढ़े आठ बजे दृश्यता का स्तर शून्य रह गया। सड़कों एवं आबादी वाले क्षेत्रों में भी इसका खासा असर देखने को मिला। घने कोहरे से जन जीवन भी प्रभावित हुआ। बच्चों को स्कूल और बड़ों को दफ्तर या अपने कार्यस्थल पहुंचने में काफी परेशानी हुई।