नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम आज एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस पार्टी से निष्कासित होने के बाद संजय निरुपम करीब दो दशक बाद शिवसेना में वापस लौटे हैं. संजय निरुपम को दोपहर तीन बजे का टाइम दिया गया था. सीएम एकनाथ शिंदे आनंद आश्रम में चार घंटे बाद पहुंचे. इतने देर तक निरुपम को इंतजार करना पड़ा.
कांग्रेस पार्टी ने की थी निरुपम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई
संजय निरुपम ने कहा, “होइहे वही जो राम रच राखा. पूरे दल बल के साथ शिवसेना में आया हूं. लोकसभा चुनाव में महायुति के उम्मीदवारों को जितना है. शिवसेना की मुंबई में तीन की तीन सीट जीतकर लायेंगे. भगवा का झंडा बुलंद करूंगा. कभी कोई शिकायत का मौका नहीं मिलेगा. देर आया दुरुस्त आया.” उद्धव ठाकरे के एक तरफा उम्मीदवार उतारने के बाद से संजय निरुपम नाराज हो गए थे. इसके बाद निरुपम ने शिवसेना (UBT) अध्यक्ष समेत कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने निरुपम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की और और उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया.
संजय निरुपम पर ‘अनुशासनहीनता’ और ‘पार्टी विरोधी बयानों’ को लेकर ये एक्शन लिया गया था. कांग्रेस पार्टी ने संजय निरुपम को स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी हटा दिया. अपने खिलाफ हुए पार्टी एक्शन के बाद आज संजय निरुपम ने शिवसेना में घर वापसी कर ली है. उद्धव ठाकरे ने मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर जैसे ही अपने उम्मीदवार उतारे इसके बाद से ही संजय निरुपम कांग्रेस पर निशाना साधने लगे. संजय निरुपम मुंबई उत्तर पश्चिम सीट सीट लोकसभा चुनाव के लिए टिकट की उम्मीद कर रहे थे. उद्धव ठाकरे के एलान के बाद से संजय निरुपम को बड़ा झटका लगा. निरुपम को तब भी बड़ा झटका लगा जब इस सीट से एकनाथ शिंदे ने अपने उम्मीदवार का एलान किया.