छत्तीसगढ़ के दो युवा किसानों को कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए नेपाल में मिला अंतराष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान

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रायपुर : देश के कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने में देश का हर किसान अपना योगदान दे रहा है औऱ इसे और बेहतर करने की कोशिश कर रहा है. देश के कई ऐसे किसान हैं जो पुराने प्रजाति या देसी प्रजाति के पौधों को बचाने में लगे हुए हैं. जो लंबे समय से पौधों की कृषि जैव विविधता संरक्षण कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने अपने द्वारा संरक्षित किये गये बीज से सरकार को मदद की है. ऐसे किसानों को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान दिया जाता है.

दो युवा किसानों को मिला सम्मान

इस बार कृषि क्षेत्र में उनके योगदान के लिए नगर पंचायत नवागढ़ जिला बेमेतरा के किशोर कुमार राजपूत और अचानकपुर पाटन ब्लाक जिला दुर्ग के रोहित साहू को नेपाल राज्य के लुंबनी में “अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान” दिया गया है।

युवा प्रगतिशील किसान किशोर राजपूत ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में पहली बार दो किसानों अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। वे स्वयं देशी गौ वंश आधारित प्राकृतिक खेती कर रहे हैं तथा देशी बीजों के विभिन्न किस्मों के बीज संरक्षण संवर्धन अनुसंधान,प्रदर्शन करते रहते हैं इस नवाचार खेती से पर्यावरण संरक्षण संवर्धन करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। वृतमान में किशोर राजपूत तुलसी,सर्पगंधा, सतावर, लेमनग्रास,दवना, अश्वगंधा,ब्राम्ही,मंडूकपणीय, और ब्लैक राइस,चीनी मलाई धान सहित अलग अलग किस्मों के फसलों की 200 एकड़ में खेती कर रहे हैं।

कौन है रोहित साहू

पाटन जनपद पंचायत क्षेत्र के युवा प्रगतिशील किसान रोहित साहू गौ मूत्र आधारित प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और भारत सरकार पादप जीमोन पुरस्कार विजेता और छत्तीसगढ़ शासन से खुबचंद बघेल पुरस्कार प्राप्त हैं वे लगातार नवाचार कर किसानों की आमदनी दोगुनी करने के प्रयास लगे हुए हैं इनके द्वारा विकसित ग्रीन राइस धान देश के 15 राज्यों के किसान उगा रहे है।

रोहित साहू लगातार खेती के कार्य करते हुए लोगों को गौ मूत्र आधारित खेती करने के लिए प्रेरित और जागरूक कर रहे हैं। वे स्वयं पांच वर्ष तक विभिन्न 10 फसलों में देसी गाय का गोमूत्र को जैव उर्वरक के रूप में प्रयोग कर रहे हैं और इस नवाचार को किसानों तक दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से पहुंचा रहे हैं। अभी तक वे पारंपरिक तरीके से खाद तैयार कर धान, गेहूं, चना, अरहर तथा पैदा कर रहें हैं।

चयन प्रक्रिया के आयाम

पीपल नीम तुलसी अभियान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आवेदनों की शॉर्टलिस्टिंग और साइट सत्यापन के आधार पर सालाना ‘अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान’ प्रदान करता है. पौधों की कृषि-जैव विविधता के संरक्षण के लिए एक लंबे ट्रैक रिकॉर्ड वाले किसानों/कृषि समुदाय-आधारित संगठनों के समुदाय से प्राप्त आवेदनों के आधार पर यह पुरस्कार दिया जाता है

सम्मान समारोह कहा हुआ आयोजित

अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान समारोह इस बार भगवान गौतम बुद्ध की जन्म स्थली लुंबनी प्रदेश नेपाल में सांस्कृतिक नगर पालिका सभागार में हुआ l इसके पार्टनर समिति ग्रीन यूथ ऑफ लुंबिनी नेपाल और कमला जलाधार संरक्षण अभियान जनकपुर नेपाल एवं दीदी जी फाउंडेशन नेपाल था यह सम्मान भारत के विभिन्न राज्यों और नेपाल,भूटान, बांग्लालादेश, म्यमार के द्वारा चयनित किसानों/ सामाजिक कार्यकर्ताओं और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विभिन्न कार्य करने हेतु प्रदान किया जाता हैं।

इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में लुंबिनी प्रदेश के आर्थिक मामले एवं सहकारिता मंत्री श्रीमती सुषमा यादव,डाक्टर धर्मेंद्र पटेल ,मंटूसिंह , मनमोहन चौधरी मेयर लुंबिनी सांस्कृतिक नगर पालिका अवधेश कुमार त्रिपाठी उपाध्यक्ष लुंबिनी विकास कोष पशुपतिनाथ कोइराला सचिव पर्यावरण मंत्रालय लुंबिनी प्रदेश नेपाल मोहम्मद अकरम बांग्लादेश ,जेपी वर्मा निदेशक हर्बल एपीएस बिहार पटना भारत,दान बहादुर चौधरी पूर्व मंत्री लुंबिनी प्रदेश नेपाल के उपस्थित में प्रदान किया गया। ।

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