
रायपुर। शनिवार को राजधानी में राहुल गांधी व अमित शाह के एक साथ मौजूदगी से सियासी पारा चढ़ा हुआ था। इस बीच दोपहर 12.15 बजे भाजपा का आरोप पत्र जारी होना था और कांग्रेस ने 12 बजे कांग्रेस मुख्यालय में इस पर सिलसिलेवार जवाबी पीसी करना शुरु कर दिया। इससे भाजपा खेमे में हडकंप मच गया कि आखिर आरोप पत्र लीक कैसे हो गया? तब जानकारों ने याद दिलाना शुरु किया कि इसमेें नई बात क्या है,यह तो पिछले तीन चुनाव के दौरान भी होते रहा जब भाजपा सत्ता में थी और कांग्रेस का तैयार आरोप पत्र या घोषणा पत्र की कापी जारी होने से पहले ही भाजपा के खेमे तक पहुंच जाता था। कौन पहुंचाता था और कैसे पहुंच जाती थी सवाल ये नहीं है,बस पहुंच जाती थी। अब कांग्रेस के समय यही हो गया तो पीड़ा क्यों? ये तो राजनीति की रागनीति है जो समय आने पर पलटवार करती है।आप संभाल नहीं पाये ये आपकी गलती है। वैसे बात तो गंभीर है लेकिन पार्टी के तमाम बड़े नेता इसके पड़ताल में जुट गए हैं। खास बात तो यह भी है कि मीडिया को सुबह 10.50 को इसकी सूचना भी मिल गई थी कि कांग्रेस किस विषय पर पीसी कर रही है। हालांकि इस बड़े विषय को दबाने का प्रयास भी भाजपा की ओर से किया गया लेकिन मीडिया ने भी इसे उछाल दिया इसलिए बवाल मचा हुआ है। चुनाव का समय है शह और मात का खेल तो राजनीति की जंग में जायज है,आगे भी रहेगा,संभलना आपको है।
चुनावी चर्चा के बीच आगे कुछ और नई बातों के साथ जल्द…।