RAIPUR NEWS : महिला कर छूट और विकास कार्यों पर नहीं हुआ फोकस, शायरी से भरा निगम बजट – दीप्ति दुबे

RAIPUR NEWS: No focus on women tax exemption and development work, corporation budget full of Shayari – Deepti Dubey
रायपुर, 28 मार्च 2025. महापौर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने रायपुर नगर निगम के बजट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे जनता की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला बजट बताया और कहा कि इसमें महिलाओं, पेयजल, सड़क निर्माण और अन्य बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी की गई है।
महिलाओं के टैक्स में छूट पर वादा भूल गई सरकार
दीप्ति दुबे ने कहा कि भाजपा ने अपने “अटल विश्वास पत्र” में महिलाओं के संपत्ति कर में 25% छूट देने का वादा किया था, लेकिन बजट में इसका कोई जिक्र तक नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान किए गए वादे भाजपा सरकार हमेशा की तरह भूल गई।
महिलाओं और बच्चों के लिए योजनाओं की कमी
महिला महापौर होने के नाते शहर में 10 नए उद्यानों की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन बजट में इसका कोई प्रावधान नहीं रखा गया। इसके अलावा, पेयजल आपूर्ति को लेकर भी कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई। अमृत योजना के फेज 6 और 7 का काम कब शुरू होगा, इस पर कोई जानकारी नहीं दी गई, जिससे लाभांडी, देवपुरी, मोवा, सड्डू और आउटर एरिया के वार्डों में पानी की समस्या बनी रहेगी।
सड़क निर्माण के लिए सिर्फ 5 लाख!
दीप्ति दुबे ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि रायपुर शहर के लिए लोककर्म विभाग के बजट में सिर्फ 5 लाख रुपये डामरीकरण के लिए रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि इतने कम बजट में तो एक गली का काम भी पूरा नहीं होगा। इससे साफ हो गया है कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता में सड़क निर्माण नहीं है।
पुराने प्रस्तावों को ही दोहराया गया
दीप्ति दुबे ने बजट को ‘शेरो-शायरी से भरपूर’ बताते हुए कहा कि इसमें कोई नई योजना नहीं है, बल्कि अधिकांश प्रस्ताव पिछले कार्यकाल के ही दोहराए गए हैं, जिनमें ऑनलाइन टैक्स, वेंडिंग ज़ोन, बेबी फीडिंग रूम, एसटीपी, बापू की कुटिया, एसी बस स्टॉप और बॉन्ड स्कीम शामिल हैं।
नए पार्षदों को भी नहीं मिली उम्मीद के मुताबिक राशि
उन्होंने कहा कि नए पार्षदों को उम्मीद थी कि प्रत्येक वार्ड के लिए 50-50 लाख रुपये के विकास कार्यों की राशि रखी जाएगी, लेकिन यह भी बजट में शामिल नहीं किया गया, जबकि निगम के पास 67 करोड़ से अधिक की राशि जमा है।
तात्यापारा शारदा चौक चौड़ीकरण का भी जिक्र नहीं
उन्होंने कहा कि तात्यापारा शारदा चौक चौड़ीकरण पर बजट में कोई चर्चा नहीं हुई, जिससे लाखों लोगों को भविष्य में भी ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझना पड़ेगा।
“काम कम, शायरी ज्यादा” – दीप्ति दुबे
दीप्ति दुबे ने अंत में कहा कि इस बजट में काम कम और शेरो-शायरी ज्यादा है, जिससे जनता को साफ संदेश मिल गया है कि भाजपा का निगम प्रशासन केवल दिखावे की राजनीति कर रहा है और वास्तविक समस्याओं के समाधान पर ध्यान नहीं दे रहा है।