इंदौर। शहर के तुलसी नगर से एक नवजात बच्ची को खाली प्लाट पर झाड़ियों मे फेंककर एक मां ने ममता को शर्मशार कर दिया। लेकिन नागरिकों की सजगता और इंदौर पुलिस की तत्परता से नवजात बच्ची की जान बच गई। इंदौर पुलिस की डायल 100 टीम को 31 दिसंबर को तड़के करीब चार बजे एक फोन आया और खाली प्लाट पर बच्चे के रोने की आवाज आने संबंधी सूचना दी। इंसके बाद डायल 100 की टीम तुरंत ही बताए प्लाट पर पहुंची और उसकी जान बचा ली। नवजात को एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है।
इंदौर पुलिस के अनुसार 31 दिसंबर को तड़के करीबन चार बजे के आस पास एफआरबी 13 पर कॉल आया की हमारे घर के पास प्लाट पर बच्चे के रोने की आवाज आ रही है। तुरंत ही पुलिस डायल 100 की टीम ने तत्परता दिखाई और मौके पर पहुंचे। डायल 100 लसुड़िया के पायलट गोविंद दुबे और आरक्षक प्रमोद गिल, सूचना देने वाले गौरव सिंह और कुबेर सिंह ठाकुर, जब वहां पर पहुंचे तो एक नवजात नग्न अवस्था में पाया गया। नवजात को वहां पर कोई कुछ समय पहले ही छोड़ गया था।
उस पर हार भी चढ़ा हुआ था। नवजात बच्ची के हाथ पैरों की हरकत होते ही उक्त लोगों ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस की तत्परता और और सूचना देने वालों के कारण बच्ची की जान बचायी जा सकी। उक्त कार्यवाही मे पुलिस की डायल 100 के पायलट गोविंद दुबे और आरक्षक प्रमोद गिल का सराहनीय योगदान रहा।