MAOIST SECRET MEETING : Secret meeting of Maoists, Hidma-Devji together again
रायपुर। दीपावली की रात जब पूरा देश रोशनी में डूबा था, तभी नल्लामल्ला के घने जंगलों में माओवादी संगठन की एक गुप्त बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार, यह बैठक आंध्र प्रदेश-तेलंगाना सीमा पर स्थित नल्लामल्ला टाइगर रिजर्व के भीतर आयोजित की गई, जिसमें देश के वामपंथी उग्रवाद आंदोलन के शीर्ष कमांडरों ने हिस्सा लिया।
बैठक में सेंट्रल मिलिट्री कमीशन प्रमुख थिप्पिरी तिरुपति उर्फ देवजी, सीसी सदस्य हिड़मा, बटालियन कमांडर देवा, और दंडकारण्य में सक्रिय केसा व सोमारू जैसे प्रमुख माओवादी नेता मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कमजोर पड़ चुकी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी को पुनर्गठित करने और संगठन को फिर से सक्रिय करने की रणनीति पर चर्चा हुई।
बीते दो वर्षों में माओवादियों को लगातार बड़े झटके लगे हैं। 2274 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं और 209 मुठभेड़ों में 448 मारे गए हैं। वहीं रूपेश, सोनू, बसवराजू, चलपति, कोसा और बालकृष्ण जैसे शीर्ष नेताओं की मौत से संगठन की रीढ़ लगभग टूट चुकी है।
कभी सुकमा–बीजापुर के जंगलों में सक्रिय रहने वाले माओवादी अब तेलंगाना–आंध्र सीमा की ओर खिसक रहे हैं। बैठक में देवजी को सेंट्रल कमेटी प्रमुख, हिड़मा को मिलिट्री कमीशन प्रमुख, केसा को बटालियन कमांडर, और दामोदर को दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी इंचार्ज बनाने पर चर्चा हुई।
हालांकि कई कैडर आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, लेकिन हिड़मा और देवजी जैसे कमांडरों के डर से ऐसा नहीं कर पा रहे। संगठन की सबसे ताकतवर इकाई बटालियन नंबर-1, जिसमें करीब 300 सशस्त्र नक्सली हैं, अब भी सक्रिय बताई जा रही है।
