BREAKING NEWS : मथुरा के ईदगाह में हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान, धारा 144 लागू
BREAKING NEWS: Announcement of reading Hanuman Chalisa in Idgah of Mathura, Section 144 applicable
मथुरा की ईदगाह मस्जिद में हनुमान चालीसा के पाठ के ऐलान के बाद प्रशासन अलर्ट, हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता गिरफ्तार बाबर विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी के मौके पर हिंदू महासभा द्वारा मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के चलते मथुरा प्रशासन अलर्ट पर है.
बाबर विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी के मौके पर हिंदू महासभा द्वारा मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के चलते मथुरा प्रशासन अलर्ट पर है. चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिले में धारा 144 लगा दी गई है. इसके अलावा शाही ईदगाह जाने के दौरान रास्ते पर हिंदूवादी संगठन के कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिय़ा है, प्राप्त जानकारी के अनुसार इन लोगों की ईदगाह पर जलाभिषेक की योजना थी. बताते चलें कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर हिंदू महासभा ने मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ का ऐलान किया था. इन लोगों ने लड्डू गोपाल की प्रतिमा को स्थापित करने का भी ऐलान किया था. इसके बाद मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद के आस पास के इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बृजेश भदौरिया ने कहा है कि वह अयोध्या में सरयू, काशी और संगम से पवित्र नदियों का जल लेकर आए हैं और 6 दिसंबर के दिन शाही मस्जिद मथुरा पहुंचेंगे. उन्होंने कहा था कि पहले शुद्ध जल से जामा मस्जिद में रुद्राभिषेक करेंगे. इसके बाद मंदिर में लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करेंगे.
श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में बढ़ाई सुरक्षा –
अखिल भारत हिंदू महासभा (ABHM) द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करने के आह्वान के मद्देनजर मथुरा जिला प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है. संगठन ने 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस की 30वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को ‘सनातन समर्पण दिवस’ मनाने का फैसला किया है. मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेश पांडे ने कहा, 6 दिसंबर को अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा प्रस्तावित स्थल पर ‘हनुमान चालीसा’ के पाठ सहित इस तरह के किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए न तो कोई अनुमति मांगी गई और न ही दी गई। प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों से गंभीरता से निपटा जाएगा. उन्होंने कहा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर और शाही ईदगाह मस्जिद की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा की जाती है. 6 दिसंबर की संवेदनशीलता को देखते हुए हमने पहले ही से ही आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया है.