BREAKING : पवन खेड़ा को अंतरिम जमानत, कांग्रेस नेता को अपने साथ नहीं ले जा सकती असम पुलिस, SC से बड़ी राहत !
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BREAKING: Interim bail to Pawan Kheda, Assam police cannot take Congress leader with them, big relief from SC!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी के मामले में असम पुलिस ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को गिरफ्तार कर लिया था. हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद कुछ ही घंटों में उनको सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई. आगे खेड़ा को रेगुलर बेल के लिए अर्जी देनी होगी. खेड़ा को सुप्रीम कोर्ट से एक राहत और मिली है. इसमें उनके खिलाफ दर्ज तीनों FIR को एक जगह क्लब करने का आदेश दिया गया है. कांग्रेस ने कोर्ट से खेड़ा के खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने की मांग भी की थी. हालांकि, कोर्ट ने FIR रद्द करने का आदेश देने से इनकार कर दिया.
खेड़ा को दिल्ली एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वे इंडिगो की फ्लाइट से रायपुर जा रहे थे. पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. इसपर सुनवाई शुरू हो चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट में पवन खेड़ा की तरफ से अभिषेक सिंघवी पेश हुए. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि खेड़ा ने उसी समय माफी मांग ली थी, यह सिर्फ स्लिप ऑफ टंग (अनजाने में कही बात) का मामला था. सिंघवी ने गिरफ्तारी पर रोक की मांग की है. दूसरी तरफ असम पुलिस की तरफ से पेश वकील ने कोर्ट को बताया कि पवन खेड़ा को उन्होंने गिरफ्तार किया है और ट्रांजिस्ट रिमांड के लिए उनको कोर्ट में पेश किया जा रहा है.
दरअसल, पवन खेड़ा पिछले दिनों अडानी के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा था, पीएम मोदी को नरेंद्र ‘गौतम दास’ मोदी के नाम से संबोधित किया था. पवन खेड़ा के इस बयान को लेकर उत्तर प्रदेश और असम समेत कई जगह मामला दर्ज किया गया है. असम ने खेड़ा के खिलाफ दीमा हसाओ में मामला दर्ज कराया गया है. इसी पर कार्रवाई करते हुए असम पुलिस ने पवन खेड़ा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया.
कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दाखिल की है. इस मामले में तीन बजे सुनवाई होगी. अभिषेक मनु सिंघवी ने लखनऊ, वाराणसी और असम में दर्ज एफआइआर पर एक जगह सुनवाई की मांग की है. इस दौरान सीजेआई ने पूछा कि पवन खेड़ा कौन हैं. इस पर सिंघवी ने बताया कि वे कांग्रेसी प्रवक्ता हैं और उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है.
क्या है मामला?
पवन खेड़ा ने हाल ही में अडानी के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था, अगर अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र ‘गौतम दास’ मोदी को क्या दिक्कत है? हालांकि बयान देने के बाद खेड़ा ने अपने आसपास मौजूद लोगों से पूछा कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री का मिडिल नेम सही पुकारा है? खेड़ा ने इस पर कहा कि ‘नरेंद्र गौतम दास मोदी को क्या समस्या है?’ कांग्रेस नेता ने बाद में पूछा, ‘क्या यह गौतम दास या दामोदर दास है?’ इस दौरान पवन हंसते हैं और यह कहते हुए तंज करते हैं कि भले ही नाम दामोदर दास है, लेकिन उनके काम गौतम दास के समान हैं. बाद में एक ट्वीट में खेड़ा ने स्पष्ट किया कि वह वास्तव में प्रधानमंत्री के नाम को लेकर भ्रमित थे.
असम में केस हुआ दर्ज
पवन खेड़ा के इस बयान पर काफी बवाल मचा है. बीजेपी लगातार इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साध रही है. गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मामले में कांग्रेस पर हमला बोला था. उधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कहा था कि देश कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा. इस मामले में यूपी के लखनऊ और वाराणसी, जबकि असम के दीमा हसाओ में खेड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसी मामले में असम पुलिस ने दिल्ली पुलिस से खेड़ो को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया था. असम पुलिस का कहना है कि उन्हें स्थानीय कोर्ट में पेश कर असम लाया जाएगा. जहां उनसे पूछताछ की जाएगी.
कांग्रेस ने कहा- ये तानाशाही
कांग्रेस नेताओं ने एयरपोर्ट पर खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान तमाम नेता धरने पर भी बैठ गए. कांग्रेस ने ट्वीट कर बताया कि आज इंडिगो की फ्लाइट 6E-204 से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिल्ली से रायपुर जा रहे थे. सभी फ्लाइट में बैठ चुके थे, उसी वक्त हमारे नेता पवन खेड़ा को फ्लाइट से उतरने को कहा गया. ये तानाशाही रवैया है. तानाशाह ने अधिवेशन से पहले ED के छापे मरवाए और अब इस तरह की हरकत पर उतर आया. दरअसल, कांग्रेस का छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कल से अधिवेशन शुरू होने जा रहा है.