CG STATE INFORMATION SERVICE : छत्तीसगढ़ में ‘राज्य सूचना सेवा’ कैडर को मिली सैद्धांतिक स्वीकृति, जनसंपर्क अधिकारियों की पुरानी मांग होगी पूरी

CG STATE INFORMATION SERVICE : ‘State Information Service’ cadre gets in-principle approval in Chhattisgarh, old demand of public relations officers will be fulfilled
रायपुर, 13 मार्च 2025। CG STATE INFORMATION SERVICE छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क अधिकारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। राज्य सरकार ने राज्य सूचना सेवा कैडर (State Information Service Cadre) के गठन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
CG STATE INFORMATION SERVICE छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ की वर्षों पुरानी मांग थी कि राज्य प्रशासनिक सेवा (State Administrative Service), राज्य पुलिस सेवा (State Police Service) और राज्य वित्त सेवा (State Finance Service) की तर्ज पर राज्य सूचना सेवा का भी गठन किया जाए। संघ के प्रदेश अध्यक्ष बाल मुकुंद तंबोली ने 21 फरवरी को मुख्यमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर उनसे मुलाकात कर यह मांग रखी थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।
क्या होगा फायदा?
जनसंपर्क अधिकारियों को समयबद्ध वेतनमान का लाभ मिलेगा।
कैडर की अलग पहचान बनेगी।
शासन की योजनाओं के प्रचार-प्रसार में अधिक दक्षता और उत्साह आएगा।
राज्य के जनसंपर्क अधिकारियों के कार्यों को अधिक महत्व और स्थायित्व मिलेगा।
CG STATE INFORMATION SERVICE के.पी. साय होंगे मुख्यमंत्री के पीआरओ
वरिष्ठ संयुक्त संचालक पद से वीआरएस ले चुके काशी प्रसाद (के.पी.) साय को मुख्यमंत्री का जनसंपर्क अधिकारी (PRO) नियुक्त किया जाएगा। जनसंपर्क अधिकारी संघ ने साय की अनुभव और विशेषज्ञता को देखते हुए इस पद के लिए अनुरोध किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। संघ ने इस फैसले का स्वागत किया है।
पंकज गुप्ता ने वापस लिया वीआरएस आवेदन
वरिष्ठ संयुक्त संचालक पंकज गुप्ता, जिन्होंने 1 जनवरी 2026 से वीआरएस लेने की इच्छा जताई थी, उन्होंने अब अपना आवेदन वापस ले लिया है। अपर संचालक जे.एल. दरियो और उमेश मिश्रा ने उन्हें समझाइश दी कि वे अपनी सेवा जारी रखें। इस पर गुप्ता ने सहमति जताते हुए अपना वीआरएस आवेदन वापस ले लिया।
CG STATE INFORMATION SERVICE छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क अधिकारियों के लिए ऐतिहासिक कदम
राज्य शासन के इस निर्णय से जनसंपर्क अधिकारियों में उत्साह की लहर है। संघ ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे शासन और जनता के बीच संचार को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।
(NOTE: भंग की तरंग में तैयार यह होली समाचार सिर्फ मनोरंजन के लिए है, बुरा न मानो होली है!)