रायपुर। केंद्रीय माल एवं सेवाकर -सीजीएसटी की टीम ने रायपुर से 114 करोड़ 70 लाख रुपए की इनपुट टैक्स क्रेडिट-आईटीसी चोरी की कोशिश पकड़ी है। इस मामले में दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच के लिए दोनों को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। जांच के बाद बड़े टैक्स चोरी के खुलासे की संभावना जताई जा रही है। रायपुर में ही पहले भी ऐसी कर चोरी में लगी फर्मो को पकड़ा जा चुका है।
सीजीएसटी के प्रधान आयुक्त अतुल गुप्ता ने बताया, एजेंसी की टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि रायपुर में टोपिस्टो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड बिना किसी माल अथवा सेवा की लेन-देन के लिए केवल नकली चालान बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट-आईटीसी पाने में लगा हुआ है। सीजीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क रायपुर के अधिकारियों ने उस फर्म पर छापा मारा। वहां जांच में पता चला कि फर्म के संचालक मोहम्मद तबरेज अमदानी नसीम बानो अब्दुल रऊफ के साथ उस कंपनी के सलाहकार और लेखाकार आशीष कुमार तिवारी फर्जी फर्मों का रैकेट बनाने में शामिल हैं।
फर्जी फर्मों के इस रैकेट के जरिये तबरेज और तिवारी ने 114 करोड़ 70 लाख रुपए का नकली आईटीसी बनाया है। बिना किसी माल अथवा सेवा की आपूर्ति किये इन लोगों ने एक करोड़ 92 लाख रुपए का आईटीसी भुना भी लिया है। दोनों व्यक्ति 112 करोड़ 78 लाख रुपए के नकली आईटीसी को भी भुनाने की योजना बना रहे थे। सीजीएसटी के छापा पड़ जाने की वजह से वे ऐसा नहीं कर पाए। प्रधान आयुक्त ने बताया, उनकी टीम ने जीएसटी कानून के तहत दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। वहां से उनको 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है।