WHATSAPP CHAT CONTROVERSY : 5 लाख में सौदा! जिला पंचायत सदस्य के वायरल चैट से मचा सियासी भूचाल …

WHATSAPP CHAT CONTROVERSY : Deal for 5 lakhs! Viral chat of district panchayat member causes political storm…
जांजगीर-चांपा, 14 अप्रैल 2025। WHATSAPP CHAT CONTROVERSY जिले की राजनीति में इन दिनों एक वायरल व्हाट्सएप चैट ने हलचल मचा दी है। जिला पंचायत सदस्य उमा राजेंद्र राठौड़ की ओर से कथित रूप से ‘जिला पंचायत सामान्य सभा’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा गया एक लंबा संदेश चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मैसेज में उन्होंने जिले के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया और सक्ति जिले के भाजपा जिला अध्यक्ष टिकेश्वर गबेल पर पुराने एहसानों को भूल जाने और राजनीतिक सौदेबाजी का आरोप लगाया है।
हालांकि खबर चालीसा न्यूज इस वायरल चैट की पुष्टि नहीं करता, लेकिन इसने स्थानीय राजनीति में तीखी प्रतिक्रिया को जन्म दे दिया है।
क्या कहा गया वायरल चैट में?
WHATSAPP CHAT CONTROVERSY उमा राठौड़ ने इस मैसेज में लिखा है कि वर्ष 2020 में जब गगन जयपुरिया और टिकेश्वर गबेल अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार थे, तो उन्होंने उन दोनों के समर्थन में मतदान किया था, जबकि उस समय उनकी अपनी बेटी की मृत्यु हो गई थी। उन्होंने लिखा “…2020 में टिकेश्वर और गगन अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के लिए खड़े थे, मैं इन्हीं दोनों को वोट देने जा रही थी, उसी समय मेरी बेटी खत्म हो गई थी। आज गगन और टिकेश्वर के पास सत्ता की कलम है, लेकिन उन्होंने ही मुझे दरकिनार कर दिया…”
WHATSAPP CHAT CONTROVERSY वायरल चैट में आरोप है कि सभापति पद के लिए 5 लाख रुपये में सौदा हुआ, और उन्हें अंतिम समय में दौड़ से बाहर कर दिया गया। उन्होंने इसे “वादा खिलाफी और सत्ता के घमंड” का उदाहरण बताया और लिखा कि यह दर्द वह जीवनभर नहीं भूलेंगी।
राजनीतिक गलियारों में मचा हड़कंप
WHATSAPP CHAT CONTROVERSY उमा राठौड़ ने ये भी कहा कि उन्होंने दोनों नेताओं पर एहसान किया था, पर “एहसान का बदला दर्द देकर चुकाया गया।” उन्होंने गगन जयपुरिया पर कलम का दुरुपयोग कर सभापति पद से वंचित करने का आरोप लगाया, और टिकेश्वर गबेल पर टिकट काटने का। उन्होंने यहां तक लिखा कि जनता कह रही है कि पद वापस कर देना चाहिए।
राजनीतिक असर और आशंकाएं
WHATSAPP CHAT CONTROVERSY इस वायरल चैट से जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले के बीजेपी संगठन में हलचल मच गई है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ऐसे गंभीर आरोपों से गगन जयपुरिया और टिकेश्वर गबेल की छवि पर असर पड़ सकता है, विशेषकर तब जब विपक्ष इसे मुद्दा बना सकता है।