भिलाई : नगरीय निकाय चुनाव के दौरान नामांकन का अंतिम दिन भाजपा के लिए ब्लैक मंडे बनकर सामने आया। भाजपा के दो प्रत्याशी मैदान छोड़ कर भाग निकले। सबसे पहले सेक्टर 5 से भाजपा के प्रत्याशी सूर्यकांत देवांगन ने चुनाव लड़ने से मना किया। उन्होंने एक दिन पहले ही पार्टी नेताओं को लिखित में दे दिया था कि वह पार्षद चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। फिर नाम वापसी के अंतिम दिन उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया और भाजपा ने शैलबाला साहू के नाम बी फार्म जारी कर उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया।
इसके बाद वार्ड-19 राजीव नगर सुपेला से अजितेश सिंह मैदान छोड़कर चल दिए। उन्होंने तो ऐलानिया तौर पर कहा कि उन्होंने भाजपा नेताओं की गलत कार्य शैली का बदला लिया है। उनके राजनीतिक गुरु रामानंद मौर्य को भाजपा ने टिकट नहीं दिया, इसलिए उन्होंने नाम वापसी के अंतिम 5 मिनट में नामांकन लिया, कि जिससे भाजपा वार्ड 19 से किसी को खड़ा न कर सके।
भाजपा के दो उम्मीदवारों की नाम वापसी के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों की बल्ले-बल्ले हो गई है। वह इतने उत्साहित हैं कि मानों बिना किसी चुनौती के वह चुनाव जीत जाएंगे। सेक्टर पांच के सिटिंग पार्षद नीरज पाल यहां से तीन बार पार्षद रह चुके हैं और एमआईसी मेंबर भी हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि उनकी जीत अब लगभग तय है।
वहीं वार्ड 19 से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र अरोरा भी पुराने दिग्गजों में से एक हैं। उनकी भी जीत तय मानी जा रही है। राजेंद्र अरोरा का कहना है कि जीत उनकी भले ही तय है, लेकिन वह चुनाव लड़कर ही जीतना चाहते हैं।
भाजपा प्रत्याशी की बहन कांग्रेस के लिए करेंगी चुनाव प्रचार
भाजपा से पार्षद प्रत्याशी की छोटी बहन राजू चंदा ने कांग्रेस जॉइन कर ली है। कांग्रेस ने उन्हें जिला महिला कांग्रेस कमेटी का जिला महासचिव बनाया है। अब चंदा भाजपा की विचारधारा को छोड़कर कांग्रेस की विचारधारा पर काम करेंगी। चंदा ने अपना समर्थन वार्ड-37 से कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान गफ्फार खान को दिया है। चंदा ने कहा, कांग्रेस में विकास करने की क्षमता है। शहर और वार्ड को कांग्रेस का प्रतिनिधित्व चाहिए। विधायक देवेंद्र यादव और महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुभद्रा सिंह के नेतृत्व में चंदा ने कांग्रेस जॉइन की।