
Ruby Dhalla: नई दिल्ली। भारतीय मूल की लिबरल पार्टी की नेता रूबी ढल्ला कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले सकती हैं। अगर ऐसा हुआ, तो वह कनाडा की पहली अश्वेत महिला प्रधानमंत्री बन जाएंगी। रूबी ढल्ला एक सेल्फ मेड बिजनेसवुमन, डॉक्टर और तीन बार की सांसद हैं। उनका मानना है कि उनके नेतृत्व में कनाडा चुनौतियों से बेहतर तरीके से निपट सकता है। उन्होंने देश में लगातार बढ़ रहे हाउसिंग कॉस्ट, क्राइम रेट, फूड प्राइस और अमेरिका की तरफ से मिल रही टैरिफ की धमकियों का मुद्दा उठाया है।
अप्रवासी परिवार में जन्मीं रूबी
कनाडा की राजधानी ओटावा से करीब 2000 किलोमीटर दूर विनिपेग शहर में एक अप्रवासी माता-पिता के घर रूबी का जन्म हुआ था। अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने कई मुकाम हासिल किए। कनाडा जिन टैरिफ खतरों का सामना कर रहा है, उसका कनाडाई श्रमिकों और कनाडा की अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि उनका जीवन कनाडा में मौजूद अवसरों के बारे में बहुत कुछ बताता है। उन्होंने 1970 के दशक में अप्रवासियों के लिए कनाडा के दरवाजे खोलने का श्रेय वर्तमान प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के पिता पियरे ट्रूडो को भी दिया।
कनाडा को बताया महान देश
उन्होंने कहा, ‘मेरी मां 1972 में कनाडा आई थी। मुझे जो कुछ भी यहां हासिल हुआ, वह कड़ी मेहनत और इच्छाओं के अलावा कनाडा के एक महान देश होने के कारण मिला।’ उन्होंने कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों को देखते हुए भारत और कनाडा के संबंधों को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंन कहा कि कनाडा को अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए भारत सहित अन्य देशों के साथ जुड़ना चाहिए।
14 साल की उम्र से जुड़ीं
रूबी जब 14 साल की थीं, तब से लिबरल पार्टी के साथ काम कर रही हैं। उनका लीडरशिप कैंपेन लिबरल पार्टी और कनाडा के रिबिल्डिंग पर फोकस्ड है। उनका नारा है- ‘कनाडा के कमबैक की शुरुआत अब होगी।’ रूबी कहा कहना है कि वह एक प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था बनाना चाहती हैं, जो बिजनेस, उद्यमियों और युवाओं का सपोर्ट करे। उन्होंने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर कनाडा की प्रतिष्ठा को वापस लाना चाहती हैं।