
सीएम चौहान ने शोक व्यक्त किया
भोपाल। मध्यप्रदेश की पहली और अब तक की अकेली महिला चीफ सेक्रेटरी निर्मला बुच नहीं रहीं। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात भोपाल में उन्होंने 97 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं। रविवार सुबह उन्हें हॉस्पिटल भी ले जाया गया। वह कैंसर से पीडि़त थीं और बीते कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं।
वह 1960 बैच की आइएएस अधिकारी थीं और 1990 से 1992 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा की सरकार में मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव रहीं। उनके पति स्व महेश नीलकंठ बुच भी मध्यप्रदेश कैडर के आइएएस थे, जिन्होंने प्रशासनिक क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए थे। सोमवार को भोपाल में निर्मला बुच का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अद्भुत थी निर्मला जी की प्रशासनिक दक्षता – शिवराज
निर्मला बुच के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव श्रीमती निर्मला बुच जी के निधन के समाचार से मन दु:खी है। उनकी कर्तव्यनिष्ठा और प्रशासनिक दक्षता अद्भुत थी। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोकाकुल परिजनों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं परिजनों के साथ हैं।