
लखनऊ : यदि आप यूपी में रहते हैं, तो बेहतर होगा गूगल पर पोर्न (Porn Video) सर्च न करें। यदि आप लगातार अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर गंदी और अश्लील फिल्में देखते हैं या पोर्न सर्च करते हैं तो पुलिस (UP Police) गिरफ्तार कर सकती है। जिस मोबाइल नंबर या आइपी से पोर्न सर्च की जा रही है यूपी साइबर पुलिस (UP Cyber Police) पहले तो मैसेज भेज कर आगाह करेगी। फिर भी नहीं माने तो साइबर कानूनों (Cyber Law) के तहत जेल भेज देगी। यूपी पुलिस के अनुसार, इंटरनेट सर्च डेटा पर नजर रखने के लिए साइबर पुलिस ने एक कंपनी को काम पर रखा है। कंपनी की टीम यह निगरानी करेगी कि लोग इंटरनेट पर किस तरह की अश्लील सामग्री की तलाश कर रहे हैं। पुलिस ने ‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’ (crimes against women) रोकने के लिए ऐसा कदम उठाया है।
लोगों की इंटरनेट गतिविधियों पर ‘यूपी वूमेन पावरलाइन 1090’ (UP Women Powerline 1090) भी नजर रखती है। जैसे ही कोई व्यक्ति इंटरनेट पर पोर्न सर्च करता है वैसे ही टीम को अलर्ट मिल जाएगा। अलर्ट मिलने के बाद संबंधित के पास मैसेज भेजा जाएगा। फिर अश्लील सर्च जारी रही तो पुलिस महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए उस व्यक्ति तक पहुंचेगी। 1090 की टीम ने इंटरनेट के एनालिटिक्स का अध्ययन करने के लिए ‘ओमुफ’ नाम की कंपनी को काम पर रखा है। यह डेटा के जरिए इंटरनेट पर क्या सर्च किया जा रहा है, इस पर नजर रखेगी। अगर कोई व्यक्ति पोर्नोग्राफी देखता है, तो एनालिटिक्स टीम को जानकारी मिल जाएगी।
पोर्न देखने वालों का तैयार हो रहा डेटा
पुलिस पोर्न देखने वालों का एक ऑनलाइन डेटा भी इस कंपनी के जरिए तैयार किया जा रहा है। पुलिस के डेटाबेस में संग्रहीत आंकड़ों का उपयोग विशेष इलाकों में अपराध के मामलों में निगरानी के लिए किया जाएगा।
मिलेगा जागरुकता संदेश
अगर कोई व्यक्ति पोर्न खोज रहा है तो इंटरनेट डेटा टीम 1090 टीम को सूचित करेगा। इसके बाद टीम व्यक्ति को ‘जागरूकता संदेश’ भेजेगी। टीम ने छह जिलों में परीक्षण के बाद इस प्रोजेक्ट को पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया है। वर्तमान में लगभग 11.6 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं।