
रायपुर। पिछले कुछ समय से सहायक आरक्षक, होमगार्ड स्तर के जवानों की पत्नियां और परिवार लगातार राजधानी की सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच सोमवार को भाटागांव इलाके में पुलिस परिवार से जुड़ी इन महिलाओं ने फिर विरोध प्रदर्शन किया। इनके नेतृत्व करने वाले उज्जवल दीवान और उसके कुछ साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उज्जवल की रिहाई की मांग कर रही महिलाओं ने बवाल खड़ा कर दिया।महिलाओं ने आईपीएस रत्ना सिंह का कॉलर खींचा। उनसे झूमाझटकी भी की जिससे माहौल बिगड़ गया। आईपीएस ने डीडी नगर थाने में शिकायत दर्ज करायी है इस बीच कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि सहायक आरक्षकों की तरह ही उन्हे वेतन मिलेगा। इसके लिए डीजीपी से मिली रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है कि यह नया विवाद खड़ा हो गया है।
जैसे की पुलिस बता रही है गुस्से में आई इन महिलाओं ने सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा के साथ झूमाझटकी तक की। दिव्या शर्मा पर प्रदर्शनकारी महिलाओं का झुंड टूट पड़ा। यह घटना कैमरे में भी कैद हुई। इसी दौरान महिलाओं ने आईपीएस रत्ना सिंह का कॉलर खींचा, इस खींचतान में उनका बैच भी टूट गया। देर रात इस मामले में रायपुर के डीडी नगर थाने में दिव्या शर्मा ने पहुंचकर शिकायत की। अज्ञात महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस परिवार के अधिकारों की लड़ाई लडऩे वाले सामाजिक कार्यकर्ता राकेश यादव और दूसरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा और बलवा का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस परिजनों का नेतृत्व करने वाले उज्जवल दीवान, नवीन राय समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन गिरफ्तारियों का एक तबका विरोध भी कर रहा है।
शासन का पक्ष– इधर सरकार भरोसा दिला चुकी है कि जल्द ही उनकी मांग पर फैसला लिया जा रहा है। इस मामले में डीजीपी अशोक जुनेजा ने एक रिपोर्ट भी सरकार को सौंप दी है, जिस पर जल्द फैसला लिया जाना है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि सहायक आरक्षकों की तरह ही वेतन मिलेगा।डीजीपी की तरफ से मिली रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है, जिसके बाद मुख्यमंत्री इस मामले में घोषणा कर सकते हैं। मगर इससे पहले ही विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।