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इस गांव में लोमडियों का आतंक, 15 से ज्यादा ग्रामीणों को बना चूका अपना शिकार 

लोरमी। लोरमी इलाके में लोमडियों का आतंक थामने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर लोरमी इलाके में लोमड़ी ने 3 ग्रामीणों पर हमला कर दिया है। घायलों का इलाज सरकारी अस्पताल में कराया गया। लगातार लोमड़ी के हमले से वन विभाग में भी हडकंप मच गया है। अब तक एक हफ्ते में ही 15 से ज्यादा ग्रामीणों को लोमड़ी अपना शिकार बना चुका हैं। दरअसल, यह पूरी घटना एटीआर के बफर क्षेत्र के वनक्षेत्र क्षेत्र डंगनिया का है। जहां पर सरसोहा में लोमड़ी ने 3 ग्रामीणों के ऊपर हमला कर दिया है।

 

वहीं खुड़िया स्वास्थ्य केंद्र में घायलों का इलाज किया गया। घायलों में दो पुरूष और एक महिला का नाम शामिल है। वहीं लोमड़ी के आतंक को देखते हुए वन विभाग की ओर से लोगों को सतर्क करने के लिए मुनादी भी कराई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम डंगनिया निवासी नवरंग बैगा सहित 18 लोग मुंगेली न्यायालय गए थे। वहां से वापस लौटने के समय चकदा नाला में रात के पास करीब 8.30 बजे लोमड़ी ने हमला कर दिया। वहीं सुबह जंगल से लकड़ी लेकर लौटने के दौरान मुकेश बैगा को भी घायल कर दिया। जबकि छठी कार्यक्रम से लौट रही महिला को भी खोखरनाला के पास हमला कर घायल कर दिया।

 

इसके पहले ग्राम दरवाजा, खुड़िया, दुल्लापुर, तिलकपुर और कारीडोंगरी में लगभग 12 लोगों पर पहले भी लोमड़ी हमला कर चुकी है। एटीआर के सुदूर वनाचंल में लोमड़ी के हमले के बाद से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। कुछ दिनों पहले पशु चिकित्सक डॉ चंदन ने लोमड़ी को पकड़ने के लिए पिंजड़े में मुर्गा को चारा बनाकर रखा था। लेकिन इसके बाद भी लोमड़ी पिंजड़े में नहीं फंसी। लोमड़ी को रैबीज इन्फेक्शन होने का भी अंदेशा लगाया जा रहा था। रेंजर क्रिस्टोफर कुजूर ने बताया की गांव में मुनादी कराई जा रही है।

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