सांसदों को गिरफ्तार ननों से न मिलने देने पर पूर्व CM बघेल ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा – जेल को अखाड़ा न समझें

दुर्ग: दुर्ग जिले में मतातंरण मामले को लेकर सियासत जारी है। इस बीच पूर्व CM भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल, बुधवार को सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल दो ननों से मुलाक़ात करने दुर्ग सेंट्रल जेल पहुंचा , जहां उन्हें देर होने के कारण उन्हें मुलाकात की अनुमति नहीं मिल सकी थी ,.इस मामले को लेकर पूर्व CM भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया में ट्वीट कर कहा की – जेल को अखाड़ा न समझें! आजकल प्रदेश में देखा जा रहा है कि जेलों को भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है, वहां भी दल देखकर प्रतिशोध का भाव देखा जा रहा है. कल जिस प्रकार से दुर्ग में चुने हुए सांसदों को समय देने के बाद भी बंदियों से मिलने से रोका गया, फिर भारी विरोध के बाद मिलने दिया गया. इसके अलावा रायपुर जेल से भी राजनीतिक प्रतिशोध की खबरें आ रही हैं.
मैं बस इतना कहना चाहूँगा कि समय से बड़ा बलवान कुछ भी नहीं.
बता दें की कल सांसदों में बृंदा करात, एनी राजा, के. राधाकृष्णन, जोश के मनी, एए रहीम और पीपी सुनीर शामिल थे। ये सभी सांसद मंगलवार को भी जेल पहुंचे थे, लेकिन देर होने के कारण उन्हें मुलाकात की अनुमति नहीं मिल सकी थी। गौरतलब है कि जीआरपी ने बीते शुक्रवार को दो ननों प्रीति मेरी व वंदना फ्रासिंस एवं युवक सुकमन को मानव तस्करी और मतांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस पूरे मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है।