
CG POLITICS NEWS: Party stalwarts opened front against Arun Saav
रायपुर। विधानसभा चुनाव चल रहा है और भाजपा में भीतर ही भीतर गुटबाजी भी जबरदस्त तरीके से चल रही है। भाजपा में परिवर्तन के पक्षधर नेताओं के अगुवा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव के खिलाफ पार्टी के बड़े दिग्गज नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। 3 महीने पहले तक भाजपा संगठन के नेताओं के दिशा-निर्देश पर पुराने लोगों को हटाकर नए लोगों को मौका देने का अभियान चलाया जा रहा था। इस अभियान के तहत वर्षो से जमे दिग्गजों को हटाकर नये लोगों को पार्टी संगठन ने मौका दिया। पार्टी टिकट में भी नए लोगों को मौका देने की कवायद चल रही थी। अचानक पार्टी हाईकमान ने रणनीति बदल दी कर्नाटक और हिमाचल में मिली हार के बाद नये लोगों को मौका देने के निर्णय से पीछे हटकर पुराने छत्रपों को फिर से महत्व देकर अगुवा बना दिया गया है।
कर्नाटक व हिमाचल में नये प्रयोग के असफल होने के बाद पुराने दिग्गज नेताओं को पार्टी ने फिर से सारे महत्वपूर्ण पदों पर बैठाकर कमान सौंप दिया है। इस फेरबदल में छत्तीसगढ़ के प्रभारी बने कुछ दिग्गज नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नये और पुराने की इस झगड़े के चलते विवाद अंदर ही अंदर सुलग रहा है। फिलहाल निशाने पर प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव है। अरूण साव के खिलाफ पार्टी के अंदर और बाहर कई तरीके से हमले की चर्चा है। साहू समाज व संघ पृष्ठभूमि को तवज्जों देने की रणनीति फेल होती दिख रही है। भाजपा में पुराने दिग्गज नेताओं ने राजनीति में अपने आपको बनाये रखने के लिए आपसी मतभेद को भुलाकर एकजुट होते दिख रहे हैं। अरूण साव के अलावा ओपी चौधरी सहित कई नये निशाने पर है।