मराठा समाज को आरक्षण देने पर सभी दल सहमत’, सर्वदलीय बैठक के बाद बोले सीएम शिंदे
मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर बवाल जारी है। इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में इस आरक्षण के पक्ष में फैसला लिया गया है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया कि सभी दल मराठा आंदोलन के समर्थन में है, लेकिन कानूनी प्रक्रिया पूरी करने में समय लगेगा। साथ ही प्रदेश में फैसी हिंसा की आलोचना की गई।
बुधवार सुबह नांदेड़ में पुलिस पर पथराव की सूचना आई। यहां पुलिस अधीक्षक घायल हो गए हैं। इससे पहले बीड और उस्मानाबाद में प्रदर्शनकारी उग्र हो गए थे। आगजनी और लूट की घटनाओं के बाद से दोनों स्थानों पर कर्फ्यू लगा दिया गया था। अभी धारा 144 लागू है और इंटरनेट बंद है।
सर्वदलीय बैठक जारी है। बैठक में सत्ता पक्ष के लोगों के साथ ही शरद पवार भी मौजूद हैं। कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इस बीच, प्रदेश के विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर एक दिन का संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर राष्ट्रपति को भी चिट्ठी लिखी है। आरक्षण आंदोलन की आग मुंबई तक पहुंच गई है। बुधवार सुबह यहां कुछ गाडि़यों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
आंदोलन के नेता मनोज जरांगे का कहना है कि आज फैसला नहीं हुआ तो जल त्याग देंगे। उन्होंने धमकी भी दी है कि 24 घंटे में कोई फैसला नहीं हुआ, तो इसके बाद जो होगा, उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
इस बीच, पूरे मामले में मंथन के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस पर भी विवाद शुरू हो गया है। शिवसेना (यूबीटी) का कहना है कि बैठक में उद्धव ठाकरे और उनके समर्थक विधायकों को नहीं बुलाया गया है।
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने इस संबंध में अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट किया। राउत ने लिखा, एक ऐसी पार्टी को बुलाया गया है, जिसका कोई विधायक नहीं है, जबकि हमारे पास 16 विधायक और 6 सांसद है। क्या करें ऐसी सरकार का? महाराष्ट्र जल रहा है और ये राजनीति कर रहे हैं।