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BREAKING : जंतर-मंतर पर बैठे पहलवान अपने पदक लौटाएंगे वापिस, बड़ा ऐलान .. देर रात मचा था बवाल

BREAKING: Wrestlers sitting at Jantar Mantar will return their medals, big announcement .. created ruckus late night

जंतर मंतर पर जारी पहलवानों के धरने में बुधवार रात जमकर बवाल हुआ. बताया जा रहा है कि धरना दे रहे पहलवानों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कथित तौर पर हाथापाई भी हुई है. इतना ही नहीं पहलवानों ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है. इस हाथापाई में कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर में चोटें भी आई हैं. बुधवार रात को हुई घटना के बाद अब विनेश फोगाट ने ऐलान किया है कि पहलवान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते हुए सभी मेडल लौटाएंगे.

दरअसल, जंतर मंतर पर पहलवान 23 अप्रैल से कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. आइए 10 सवाल-जवाब में जानते हैं कि आखिर बुधवार की रात क्या हुआ, पहलवानों के क्या आरोप हैं, पुलिस का क्या कहना है?

1- आधी रात को क्या हुआ?

बताया जा रहा है कि रात 11 बजे जंतर मंतर पर यह हाथापाई हुई. इसके पीछे मुख्य वजह फोल्डिंग बेड थी. दरअसल, बारिश के चलते गद्दे गीले हो गए थे, ऐसे में धरनास्थल पर फोल्डिंग बेड लाए जा रहे थे. जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका तो ये पूरा बवाल शुरू हुआ.पहलवानों के मुताबिक, पुलिस कर्मियों ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया और महिला पहलवानों से भी दुर्व्यवहार किया गया. विनेश फोगाट मीडिया से बात करते वक्त रो पड़ीं, उन्होंने कहा, अगर वे हमें मारना चाहते हैं, तो मार दें.

जहां पुलिस का दावा है कि आप नेता सोमनाथ भारती अपने समर्थकों के साथ बेड लेकर पहुंचे थे. तो वहीं, बजरंग पूनिया ने दावा किया कि हमने बेड का ऑर्डर दिया था. हम उन्हें अंदर ला रहे थे. जिस समय हाथापाई हुई, आप नेता सोमनाथ भारती वहां नहीं थे.

2- पहलवानों ने क्या आरोप लगाया?

उधर, पुलिस पर आरोप लगाते हुए पूर्व पहलवान राजवीर ने बताया, बारिश से हमारे गद्दे भीग गए थे तो हम सोने के लिए फोल्डिंग बेड ला रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी. नशे में धुत पुलिसकर्मी धर्मेंद्र ने विनेश फोगट को गाली दी और हमारे साथ हाथापाई की. उन्होंने हमें मारना शुरू कर दिया. बजरंग पुनिया के साले दुष्यंत और राहुल के सिर में चोटें आई हैं. पुलिस ने डॉक्टरों को मौके पर नहीं पहुंचने दिया. यहां तक ​​कि महिला कांस्टेबल भी हमारे साथ बदसलूकी कर रही थीं.

विनेश फोगाट ने कहा, पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और धक्का-मुक्की की. इस दौरान महिला पुलिसकर्मी भी नहीं थीं.पूनिया की पत्नी संगीता फोगाट ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ धक्का मुक्की की.

बजरंग पूनिया ने किसानों और उनके नेताओं को धरना स्थल पर पहुंचने की अपील की है. उन्होंने कहा, दिल्ली पुलिस की गुंडागर्दी अब नहीं चलेगी. हम किसानों को यहां बड़ी संख्या में इकट्ठा होने के लिए बुलाएंगे. ट्रैक्टर या ट्रॉली, आपको जो कुछ भी मिलता है, बस यहां आ जाइए. हम इसे अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे.

3- चिट्ठी की कहानी क्या है?

पहलवानों की ओर एक चिट्ठी लिखी गई है. चिट्ठी विनेश की ओर से पुलिस कमिश्नर को लिखी गई है.

महिला पहलवान विनेश फोगाट ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को शिकायती पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है. विनेश ने शिकायत में कहा, वरिष्ठ एसीपी धर्मेंद्र ने धरना दे रहे पहलवानों को जंतर-मंतर खाली करने के लिए भी धमकाया. विनेश ने वरिष्ठ एसीपी धर्मेंद्र पर खुद को भद्दी-भद्दी गालियां देने का भी आरोप लगाया है और पुलिस कमिश्नर से सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

4- पुलिस का क्या कहना है?

डिप्टी कमिश्नर प्रणव तयाल ने कहा, आप नेता सोमनाथ भारती फोल्डिंग बेड लेकर पहुंचे थे. सोमनाथ भारती ने इसके लिए अनुमति नहीं ली थी. दिल्ली पुलिस ने इस पर उन्हें रोका. पुलिसकर्मियों की ओर से रोके जाने के बाद वहां मौजूद सोमनाथ भारती के समर्थक उत्तेजित हो गए और ट्रक से बेड निकालने की कोशिश करने लगे. उन्होंने बताया कि इसके बाद मामूली कहासुनी हुई जिसके बाद भारती और दो अन्य को हिरासत में ले लिया गया.

वहीं, एक अन्य पुलिकर्मी ने बताया, कुछ लोगों ने प्रदर्शन स्थल पर फोल्डिंग बेड लाने की कोशिश की. जब पुलिसकर्मियों ने उनसे पूछा तो वे आक्रामक हो गए और प्रदर्शनकारी पहलवान भी उनके साथ हो गए. उन्होंने एक पुलिसकर्मी को गलत तरीके से रोका और उस पर नशे में होने का आरोप लगाया. जबकि यह मामला नहीं था. पुलिस की तैनाती की गई है, अब स्थिति नियंत्रण में है. किसी भी प्रदर्शनकारी के साथ मारपीट नहीं की गई.

5- AAP का कहना क्या है?

जंतर-मंतर पर आधी रात को हुई घटना के बाद सियासत तेज हो गई है. दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के कई नेता रात में ही जंतर-मंतर पहुंचे. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने किसी को भी धरना स्थल तक नहीं जाने दिया. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जंतर-मंतर पर हुई घटना को लेकर केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने महिला पहलवानों के साथ ठीक नहीं किया. उन्होंने कहा कि क्या हमारी बहन-बेटियां कीचड़ में सोएंगी? क्या उन्हें एक फोल्डिंग बेड भी नसीब नहीं होगा? सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी का घमंड जल्द टूटेगा.

6- अब आगे क्या?

– विनेश फोगाट ने ऐलान किया कि पहलवान अपने सभी मेडल लौटाएंगे.
– दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल धरने दे रहे पहलवानों से मिलने पहुंचीं.
– पहलवानों ने किसान संगठनों से धरना स्थल पर पहुंचने की अपील की है.
– जंतर मंतर पर जयंत चौधरी थोड़ी देर में पहुंच सकते हैं. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर भी उनके साथ होंगे.
– आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा है कि वे पहलवानों के समर्थन में पंचायत करेंगे.

7- पहलवान क्यों दे रहे धरना?

पहलवान 23 अप्रैल से धरना दे रहे हैं. इससे पहले 18 जनवरी को पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था.तब पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और कोच पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, अभद्रता, क्षेत्रवाद जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि, खेल मंत्रालय के दखल के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था. तब खेल मंत्रालय ने पहलवानों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया था. अब तीन महीने बाद पहलवान फिर धरना दे रहे हैं. पहलवानों ने अब कमेटी पर ही सवाल खड़े किए हैं.

8- खिलाड़ियों की क्या है मांग?

पहलवान बृजभूषण सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इतना ही नहीं पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. रेसलर्स का कहना है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी, धरने से नहीं उठेंगे.

9- पुलिस ने अब तक क्या क्या कार्रवाई की?

पुलिस ने 7 पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर दो मामले दर्ज किए हैं. इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, जिन महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं, उनके बयान में जिक्र जगहों और इवेंट के बारे में फेडरेशन और कंसर्न ऑथोरिटी से जानकारी ली जा रही है. ताकि पुलिस आरोपों की सच्चाई का पता लगा सके. जानकारी मिलने के बाद उस समय वहां मौजूद लोगों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे. अब तक पुलिस ने कुछ शिकायतकर्ता पहलवानों ने बयान दर्ज किए हैं, कुछ के बयान जल्द दर्ज किए जाएंगे. हालांकि, किसी भी शिकायतकर्ता के कोर्ट में बयान दर्ज नहीं करवाए गए हैं.

10- बृजभूषण सिंह का आरोपों पर क्या कहना है?

बृजभूषण सिंह यौन उत्पीड़न के आरोपों को नकार कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में कहा कि जिस दिन से धरने पर यह लोग बैठे थे मैंने एक बयान दिया था. एक भी प्रकरण मेरे खिलाफ साबित हो जाए मैं स्वतः फांसी पर लटक जाऊंगा. इसके लिए किसी को कहना नहीं पड़ेगा. पहले दिन जितने भी आरोप लगाए गए हैं स्टेडियम के एक भी आरोप बंद कमरे के नहीं हैं. जहां तक फोटो की बात है तो वह भी सब के सामने है. सिंह ने इन सबके पीछे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा का हाथ बताया है.

1- कौन कौन पहलवान दे रहे धरना?

धरना करने वाले पहलवानों में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और सुमित मलिक जैसे बड़े नाम शामिल हैं.

बजरंग पूनिया – टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता हैं. उन्होंने कॉमनवेल्थ 2022 में गोल्ड जीता था. बजरंग पूनिया कॉमनवेल्थ गेम्स में 2 गोल्ड समेत 3 मेडल जीत चुके हैं. पूनिया वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में 4 मेडल जीत चुके हैं. बजरंग ने 2013 और 2019 के चैम्पियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था. वहीं 2018 के वर्ल्ड चैम्पियनशिप में वह सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहे थे.

साक्षी मलिक – रियो ओलंपिक पदक विजेता हैं. साल 2014 में हुए ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में 58 किग्रा वर्ग में साक्षी ने रजत पदक जीता था. साक्षी ने इसके बाद साल 2015 में दोहा में हुई सीनियर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में 60 किग्रा में कांस्य पदक जीता था.

विनेश फोगाट – एशियाड और विश्व कुश्ती चैंपियनशिप विजेता हैं. वे हरियाणा के भिवानी जिले से आती हैं. एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट पहली महिला भारतीय पहलवान हैं. वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत कर इतिहास रचा था.

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