BREAKING : कौन हैं अतीक-अशरफ को मारने वाले 3 शूटर्स ? निकली ऐसी हिस्ट्री ..

BREAKING: Who are the 3 shooters who killed Atiq-Ashraf? Such a history has emerged..
15 अप्रैल की रात 10.35 पर जिस तरह से तीनों शूटर्स ने मात्र 12 सेकेंड में वारदात को अंजाम दिया उससे साफ जाहिर हो रहा था कि वे प्रफेशनल शूटर्स हैं। ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हुए उनके हाथ सधे हुए थे। न ही उन्हें वहां मौजूद पुलिस का डर था, न ही मीडिया के कैमरों का। उनके हथियार भी काफी आधुनिक थे। एक शूटर के हाथ में पुलिस अफसरों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्रतिबंधित ग्लॉक पिस्टल थी। काम अंजाम देने के बाद जिस तरह से उन्होंने भागने के बजाए खुद को पुलिस के हाथों सौंपा उससे भी साफ जाहिर है कि यह उनकी साजिश का ही हिस्सा था। क्योंकि ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद जिस तरह से पुलिस बैकफुट पर आई थी वे तीनों ही आराम से वहां से निकल सकते थे। लेकिन उन लोगों ने ऐसी कोई कोशिश नहीं की।
पहला शूटर सनी सिंह हमीरपुर के कुरारा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सनी के भाई पिंटू सिंह ने बताया कि वह महीनों से घर नहीं आया है। चूंकि वह अपराधी किस्म का है इसलिए परिवार के लोग उससे मतलब नहीं रखते हैं। सनी तीन भाई थे। उसके एक भाई की मौत हो चुकी है। सनी के माता-पिता की भी मौत हो चुकी है। कई मामलों में पुलिस उसे गिरफ्तार भी कर चुकी है।
दूसरे शूटर बांदा के क्योटरा निवासी लवलेश तिवारी का भी आपराधिक इतिहास है। उसके पिता ज्ञान तिवारी ने बताया कि चार बेटों वह तीसरे नंबर का है। एक लड़की को थप्पड़ मारने के अपराध में वह जेल गया था। वह नशे का आदी और आपराधिक किस्म का है। पांच छह दिन पहले घर आया था। लेकिन परिवार के लोग उससे संपर्क नहीं रखते हैं। लवलेश के छोटे भाई सर्वेश तिवारी ने बताया कि वह बजरंग दल से भी जुड़ा रहा है। बजरंग दल में वह जिला सह सुरक्षा प्रमुख था। लखनऊ के केकेसी कॉलेज में पढ़ने वाले लवलेश के ख्वाब भी ऊंचे थे। लवलेश ने पुलिस को बताया है कि उसकी कुछ जमीनों पर माफिया अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने कब्जा कर लिया था। उसने अपने दोस्त सनी और अरुण के साथ इसलिए अतीक और अशरफ को मारा।
तीसरा शूटर अरुण मौर्य भी छह साल से अपने घर नहीं गया है। वह कासगंज के सोरों का रहने वाला है। आपराधिक किस्म के अरुण से भी घरवालों ने किनारा कर रखा है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि अरुण, लवलेश व सनी वारदात से करीब 48 घंटे पहले प्रयागराज आए थे। वे तीनों एक होटल में रुके हुए थे। उनके मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद हो गए हैं। उनकी जांच की जा रही है।
क्यों की माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या? कहीं पीछे कोई और तो नहीं? –
बांदा, हमीरपुर व कासगंज के लवलेश, सनी और अरुण कैसे एक दूसरे के संपर्क में आए, मामूली घरों के तीनों शूटर्स के पास इतने आधुनिक और महंगे हथियार किसने मुहैया कराए, क्या उन्होंने नाम कमाने और जमीन कब्जाने के विरोध में उन लोगों ने माफिया अतीक और अशरफ को पुलिस कस्टडी में मारने का जोखिम उठाया या वजह कोई और है? पुलिस अभी इन जैसे सवालों का जवाब तलाश रही है। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को शूटर्स ने यही बताया है कि लवलेश की जमीन अतीक और उसके गुर्गों ने कब्जा कर ली थी इस वजह से वारदात को अंजाम दिया गया। बाकी दोनों ने बताया है कि लवलेश का साथ दिया है। सनी ने एक वजह यह भी बताई है कि कई वारदातें करने के बाद भी उसका कुछ नाम नहीं हो पाया था, वह पूरे देश में नाम कमाकर ‘डान’ बनना चाहता था, इसलिए बड़े माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ को मारा। अभी पुलिस इस एंगेल पर भी पड़ताल कर रही है