
After Nehru, only Modi! What has changed in the country in one year of swearing in for the third time?
नई दिल्ली, 9 जून 2025। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी का एक वर्ष पूरा हो गया है। 9 जून 2024 को उन्होंने लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। यह दिन न केवल भारतीय राजनीति के इतिहास में एक मील का पत्थर बना, बल्कि एक नए युग की शुरुआत भी थी।
तीसरी बार बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता में लौटने वाले नरेंद्र मोदी आज़ादी के बाद पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने लगातार तीन बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार चलाई है। अब जब मोदी सरकार 3.0 का पहला साल पूरा हो चुका है, तो यह समय है उपलब्धियों, वादों और चुनौतियों का मूल्यांकन करने का।
पहले वर्ष की प्रमुख उपलब्धियाँ –
1. विकसित भारत 2047 की दिशा में नीति निर्माण
मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य के साथ की। इसके लिए अनेक योजनाओं का खाका तैयार किया गया, जिसमें बुनियादी ढांचा, डिजिटल इंडिया, हरित ऊर्जा और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दी गई।
2. महिलाओं और किसानों के लिए विशेष योजनाएं
‘लखपति दीदी योजना’, ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ और महिला स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किए गए।
3. इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा निवेश
‘भारतमाला परियोजना’, ‘गति शक्ति योजना’ और ‘सेमीकंडक्टर मिशन’ जैसे प्रोजेक्ट्स को तेज़ी से आगे बढ़ाया गया। देशभर में हाईवे, रेललाइन, एयरपोर्ट और डिजिटल नेटवर्क के विस्तार पर जोर दिया गया।
4. विदेश नीति में मजबूती
मोदी सरकार ने अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और रूस जैसे बड़े देशों के साथ सामरिक संबंधों को और प्रगाढ़ किया। वैश्विक मंचों पर भारत की भूमिका और प्रभाव बढ़ा है।
जनता की अपेक्षाएँ और चुनौतियाँ –
1. महंगाई और बेरोजगारी की चिंता
एक तरफ सरकार बुनियादी ढांचे और डिजिटल विकास पर जोर दे रही है, वहीं आम जनता महंगाई और रोजगार की समस्याओं से जूझ रही है। विशेषकर युवा वर्ग और मध्यमवर्ग की अपेक्षाएँ अब भी पूरी नहीं हो सकीं।
2. विपक्षी गठबंधन से चुनौती
‘इंडिया गठबंधन’ जैसे विपक्षी मोर्चे, मोदी सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं। संसद से सड़क तक सरकार को घेरने की कोशिशें जारी हैं।
3. मणिपुर और कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे
मणिपुर में लंबे समय से चल रही हिंसा और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा मुद्दे सरकार के लिए बड़ी चुनौती बने रहे हैं।
प्रधानमंत्री की छवि और जनसमर्थन –
एक साल बाद भी नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कायम है। वे देश की जनता के बीच एक मजबूत, निर्णायक और दूरदर्शी नेता की छवि बनाए रखने में सफल रहे हैं। ‘मन की बात’, ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ और डिजिटल संवादों से जनता से जुड़ाव बना हुआ है।
मोदी सरकार 3.0 का पहला साल विकास, विदेश नीति और नई योजनाओं के लिए याद किया जाएगा। हालांकि, अभी भी कई मोर्चों पर काफी काम बाकी है। अगले चार वर्षों में सरकार को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा, ताकि ‘विकसित भारत 2047’ का सपना साकार हो सके।