छत्तीसगढ़ – भूमाफियाओं का शहर में दबदबा, बेजा कब्जा के विरोध पर जमीन मालिक को बेदम पीटा

बिलासपुर । में भू-माफियाओं के बढ़ते आतंक और जाली दस्तावेज तैयार कर जमीन की खरीदी-बिक्री करने वाले गिरोह के खिलाफ शिकायत करना अपने ही जमीन के मालिक को काफी महंगा पड़ गया और गिरोह के लोगो ने झांसा देकर लाटी-डंडे से मौके पर ताबड़तोड़ पिटाई कर दी।
मामले में पुलिस ने हल्के धाराओं में अपराध दर्ज की है, जिससे पीड़ित शिकायतकर्ता और परिजन पुलिस की भूमिका से खासे नाराज है। दरअसल बिलासपुर शहर के प्रतिष्टित नागरिक व् 68 वर्षीय भू-स्वामी नवल शर्मा अपने ही जमीन पर हुए कब्जे और फर्जी रजिस्ट्री होने की शिकायत दर्ज कराई थी, नवल शर्मा का शहर से लगे ग्राम चिल्हाटी में दो अलग-अलग जमीन है
बताया जा रहा है किइनमें एक जमीन 2 एकड़ 46 डिसमिल है और दूसरी जमीन 71 डिसमिल है! जिनमें से 71 डिसमिल जमीन के रिकार्ड में कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री किया गया। बता दें कि मामले की शिकायत नवल शर्मा ने दो सालों पूर्व 2018-19 मे तहसील दफतर, कलेक्टर कार्यालय समेत प्रधानमंत्री के शिकायत पोर्टल में किया लेकिन कब्धाजारी भू-माफियाओं की पहुंच और रसूख इतनी तगड़ी थी कि उक्त शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी।
इसके बाद आहत होकर शिकायतकर्ता नवल शर्मा ने कुछ दिन पूर्व ही दोबारा रिमांडर लेटर तैयार कर प्रकरण दर्ज कराया। आरोप है कि इस बात से गुस्साए भू-माफियाओं ने नवल शर्मा को जान से मारने की योजना तैयार की और उसी रणनीति के तहत झांसे में लिया और जमीन में बहाने से बुलाकर लाठी-डंडे से प्राणघातक हमला किया लेकिन लोगो के बीच-बचाव और बहादुरी के कारण अपनी जान को नवल शर्मा बचाकर घटना स्थल से निकले और थाने में मित्र चितपाल सिंह वालिया की ओर से सम्बंधित भू-माफिया और लठैत के खिलाफ जुर्म दर्ज कराया।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने मामूली धाराओं में जुर्म दर्ज कर पीड़ित पक्ष को थाने और प्रकरण से चलता कर दिया। इस संबंध में पीड़ित शिकायतकर्ता नवल शर्मा ने बातचीत में बताया कि बीते 27 सितम्बर की शाम उनके जमीन पार्टनर चितपाल सिंह वालिया ने फोन किया कि, जिस जमीन की फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत हुई है, उस पर जांच करने विभागीय अधिकारी नापजोंक करने के लिए आए हुए है, और जमीन के दस्तावेज और शिकायत कॉपी लेकर हमें चलना होगा।
इसके बाद बैठक के लिए पहले मोपका निवासी भू-माफिया राजू चंद्राकर के घर चलना पडेगा! वहीँ बातचीत के अनुसार चितपाल वालिया नवल शर्मा को लेकर के लिए अपने कार से उनके घर गए और कार में बिठाकर राजू चंद्राकर के घर को जाने लगे। उन्होंने आगे बताया कि मोपका चौक पर राजू चंद्राकर अपने पार्टनर सुरेश शर्मा के साथ पहले से ही खड़े थे और गाडी को रोकवाकर कहा कि, आप लोग आने में लेट हो गए है और जांच अधिकारीयों को लेट हो रहा था तो जांच के लिए स्पार्ट निकल चुके है! इतना बात होते ही राजू और सुरेश दोनों ही वालिया के गाडी में सवार हो गए और नवल शर्मा खुद को लगभग अपहृत मान रहें थे और भय भी उनके मन में जन्म ले रहा था।