CG NEW RAIL LINE : खरसिया से नया रायपुर तक नई रेल लाइन को केंद्र से मंजूरी, लागत 8,741 करोड़

CG NEW RAIL LINE : Centre approves new rail line from Kharsia to Naya Raipur, cost 8,741 crore
रायपुर, 4 अप्रैल 2025। CG NEW RAIL LINE केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को एक और बड़ी सौगात देते हुए खरसिया से नया रायपुर–परमालकसा (दुर्ग-राजनांदगांव के बीच) तक नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना पर ₹8,741 करोड़ की लागत आएगी। परियोजना की स्वीकृति के आदेश शुक्रवार को पारित कर दिए गए।
CG NEW RAIL LINE मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजना छत्तीसगढ़ के रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देगी और बलौदाबाजार समेत कई अन्य क्षेत्रों को पहली बार सीधे रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में आर्थिक और औद्योगिक विकास को बल मिलेगा।
अभनपुर-रायपुर मेमू सेवा की हुई शुरुआत –
हाल ही में 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान बिलासपुर के मोहभट्ठा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अभनपुर-रायपुर मेमू ट्रेन सेवा का शुभारंभ किया। यह सेवा आम यात्रियों के लिए किफायती और सुविधाजनक यात्रा विकल्प प्रदान करेगी।
ट्रेन का ठहराव इन स्टेशनों पर –
मेमू ट्रेन मंदिर हसौद, सीबीडी, केंद्री और अभनपुर स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे इन इलाकों में भी आवागमन आसान होगा।
पीएम मोदी ने इन रेल परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास –
CG NEW RAIL LINE प्रधानमंत्री मोदी ने ₹2,695 करोड़ की लागत से पूरी हो चुकी 4 रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और 7 नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें शामिल हैं:
₹747 करोड़ की लागत से राजनांदगांव-बोरतलाव तीसरी रेल लाइन
₹353 करोड़ की लागत से मंदिर हसौद-केन्द्री-अभनपुर नई रेल लाइन
₹88 करोड़ की लागत से दुर्ग-रायपुर स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली
100% विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने की घोषणा
इन रेल लाइनों का भी हुआ शिलान्यास –
खरसिया-झाराडीह (पांचवीं रेल लाइन)
सरगबुंदिया-मड़वारानी (तीसरी व चौथी रेल लाइन)
दाधापारा-बिल्हा-दगोरी (चौथी रेल लाइन)
निपनिया-भाटापारा-हथबंद (चौथी रेल लाइन)
भिलाई-भिलाई नगर-दुर्ग लिंक केबिन (चौथी रेल लाइन)
राजनांदगांव-डोंगरगढ़ (चौथी रेल लाइन)
करगी रोड-सल्का रोड (तीसरी रेल लाइन)
CG NEW RAIL LINE केंद्र सरकार की ये घोषणाएं छत्तीसगढ़ में न सिर्फ रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी, बल्कि औद्योगिक विकास को भी नया आयाम देंगी।