
MUKESH CHANDRAKAR MURDER CASE: Chief Minister Sai’s strict stance…
रायपुर। बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या के बाद मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश –
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए भरोसा दिलाया कि सरकार पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
तीन आरोपी गिरफ्तार, अवैध निर्माण ध्वस्त –
अब तक इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, आरोपियों के अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया है। जांच में फॉरेंसिक टीम साइंटिफिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर काम कर रही है।
11 सदस्यीय SIT का गठन –
पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि 11 सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व आईपीएस मयंक गुर्जर करेंगे। टीम में उप पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक और साइबर सेल के विशेषज्ञ शामिल हैं। टीम को निर्देश दिया गया है कि रोजाना जांच की प्रगति रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक बीजापुर के माध्यम से आईजी बस्तर रेंज कार्यालय को भेजी जाए।
SIT के प्रमुख सदस्य –
आईपीएस मयंक गुर्जर (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बीजापुर)
रूचि वर्मा (उप पुलिस अधीक्षक, दंतेवाड़ा)
शरद जायसवाल (उप पुलिस अधीक्षक, बीजापुर)
गीतिका साहू (उप पुलिस अधीक्षक, बस्तर)
दुर्गेश शर्मा (निरीक्षक, थाना प्रभारी बीजापुर)
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि SIT इस मामले की गहन जांच कर जल्द से जल्द दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा करेगी। वहीं, सरकार ने पत्रकारों और उनके परिवारों की सुरक्षा को लेकर आश्वासन दिया है।