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18TH LOK SABHA FIRST PARLIAMENT SESSION : इमरजेंसी संविधान पर सबसे बड़ा हमला था .. पढ़िए राष्ट्रपति के संबोधन की बड़ी बातें

18TH LOK SABHA FIRST PARLIAMENT SESSION: Emergency was the biggest attack on the Constitution.. Read the important points of the President’s address.

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और बताया कि अगले पांच साल में सरकार का फोकस कहां रहेगा।

अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने इमरजेंसी का जिक्र भी किया। कहा- इमरजेंसी संविधान पर सबसे बड़ा हमला था और 1975 में पूरे देश में हाहाकार की स्थिति थी।

इस दौरान विपक्ष ने हंगामा भी किया। वहीं, राष्ट्रपति के संबोधन में पेपर लीक का भी जिक्र हुआ। उन्होंने बताया कि सरकार पेपर लीक रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और सख्त कानून भी लाया जा रहा है।

इससे पहले राष्ट्रपति संसद भवन पहुंचीं, जहां उन्हें सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। इसके बाद सभी ने संसद में प्रवेश किया। इस दौरान राजदंड के रूप में संसद में स्थापित सेंगोल को भी लेकर आगे-आगे चला गया।
राष्ट्रपति के संबोधन की बड़ी बातें

समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा, ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है। इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया। इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा, मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों – विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है। बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। पारंपरिक सेक्टर के साथ-साथ सनराइज सेक्टर को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा, रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है।

उन्होंने आगे कहा, देश में छह दशक के बाद पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार बनी है। लोगों ने इस सरकार पर तीसरी बार भरोसा जताया है। लोग जानते हैं कि सिर्फ यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है।

18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक लोकसभा है। यह लोकसभा देश के संविधान को अपनाने के 56वें ​​वर्ष की भी साक्षी बनेगी। आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के विजन का प्रभावी दस्तावेज होगा। बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे। – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

खेती और किसानी पर रहेगा विशेष जोर

राष्ट्रपति ने कहा, सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के किसानों को 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की है।
सरकार के नए कार्यकाल की शुरुआत से अब तक 20,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है।
सरकार ने खरीफ फसलों के लिए MSP में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। वर्तमान जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कृषि व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है।
दुनिया में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। भारतीय किसानों के पास इस मांग को पूरा करने की पूरी क्षमता है।
सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशक्त कर रही है।

मेरी सरकार ने CAA कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर दिया है। इससे बंटवारे से पीड़ित अनेक परिवारों के लिए सम्मान का जीवन जीना संभव हुआ है। – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

बता दें, 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र में राष्ट्रपति का यह पहला संबोधन रहा। गुरुवार को संसद सत्र का चौथा दिन है। पहले और दूसरे दिन नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गई। तीसरे दिन स्पीकर के रूप में ओम बिरला का चुनाव हुआ।

आम आदमी पार्टी ने किया बहिष्कार का एलान

आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया। पार्टी का आरोप है कि मौजूदा केंद्र सरकार विपक्ष पर असंवैधानिक तरीके से हमला कर रही है और आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। AAP का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है।

फिर चर्चा में सेंगोल

संसद के नए भवन में स्थापित सेंगोल एक बार फिर चर्चा में है। तय कार्यक्रम के अनुसार, संसद भवन के गज द्वार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मु का स्वागत किया। राष्ट्रपति को पारंपरिक राजदंड सेंगोल के साथ लोकसभा में ले जाया गया।

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