कानपुर। आस्था की डूबकी के लिए देश भर के प्रमुख तीर्थ स्थलों में मांघ मेले पर भव्य आयोजन किए जाते हैं और इसकी तैयारी पहले से कर ली जाती है। प्रयागराज में अगले महीने से शुरू होने वाले माघ मेले में छह शाही स्नान के दौरान कानपुर की टेनरियों समेत 18 कारखाने बंद रहेंगे। गंगा को स्वच्छ रखने के लिए जिले की 18 कारखानों के कचरों के प्रवाह को रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इन कारखानों में चमड़े के उत्पादों के निर्माण के दौरान उत्पन्न होने वाला कचरा सीधे नालियों में चला जाता है। ये नाले ज्यादातर नून नदी से जुड़े हुए हैं। बाद में यह दूषित पानी रिंद नदी में पहुंचता है और फिर यमुना से होते हुए आगे प्रयागराज में गंगा में मिल जाता है। इन कारखानों को बंद करने का रोस्टर चार्ट भी जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि 2019 के कुंभ मेले के दौरान भी कारखानों को बंद का सामना करना पड़ा था।