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कौशल्या देवी मंदिर के प्रांगण में किया जा रहा योगाभ्यास

रायपुर

रायपुर। आठवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के चन्दखुरी स्थित माता कौशल्या के धाम से आज लोगों ने योग और संयम का पाठ सीखा। कौशल्या मंदिर प्रांगण में 21 जून को सुबह 7 बजे योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया. योगाभ्यास समारोह में रायपुर के महापौर भी सम्मिलित हुए. इस अवसर पर सात से अधिक योग प्रशिक्षकों तथा योगाचार्यों के मार्गदर्शन में 1200 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा योगाभ्यास, प्राणायाम, ध्यान का प्रदर्शन किया गया। माता प्रांगण में आयोजित योगाभ्यास समारोह में 1200 से अधिक वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, जनप्रतिनिधियों के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए। समारोह में योगाभ्यास माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में योगाभ्यास का व्यापक प्रचार-प्रसार तथा योग के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्माण करने का प्रयास भी किया गया। उल्लेखनीय है कि 11 दिसम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाने का संकल्प लिया था। संकल्प में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार किया है कि योग स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए पूर्णतावादी दृष्टिकोण प्रदान करता है। योगाभ्यास से व्यक्ति में प्रत्येक प्राणी के प्रति मानवता का भाव उत्पन्न होता है, इसलिए इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ‘मानवता के लिए योग’ पर केन्द्रित किया गया है।

। आठवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के चन्दखुरी स्थित माता कौशल्या के धाम से आज लोगों ने योग और संयम का पाठ सीखा। कौशल्या मंदिर प्रांगण में 21 जून को सुबह 7 बजे योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया. योगाभ्यास समारोह में रायपुर के महापौर भी सम्मिलित हुए. इस अवसर पर सात से अधिक योग प्रशिक्षकों तथा योगाचार्यों के मार्गदर्शन में 1200 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा योगाभ्यास, प्राणायाम, ध्यान का प्रदर्शन किया गया। माता प्रांगण में आयोजित योगाभ्यास समारोह में 1200 से अधिक वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, जनप्रतिनिधियों के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए। समारोह में योगाभ्यास माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में योगाभ्यास का व्यापक प्रचार-प्रसार तथा योग के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्माण करने का प्रयास भी किया गया। उल्लेखनीय है कि 11 दिसम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाने का संकल्प लिया था। संकल्प में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार किया है कि योग स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए पूर्णतावादी दृष्टिकोण प्रदान करता है। योगाभ्यास से व्यक्ति में प्रत्येक प्राणी के प्रति मानवता का भाव उत्पन्न होता है, इसलिए इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ‘मानवता के लिए योग’ पर केन्द्रित किया गया है।

 

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