शीतकालीन सत्र: विपक्ष ने चावल वितरण में 5127 करोड़ के घोटाले का लगाया आरोप, गरमाया सदन

रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कोरोना काल के दौरान गरीबों के लिए शुरू हुई योजना को लेकर सवाल उठाते हुए चावल वितरण में 5127 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया।
कौशिक ने पूछा है कि कोविड काल मे गरीब कल्याण अन्न योजना जारी की गई थी, क्या योजना प्रदेश में चालू है ओर अगर चालू है तो कितना चावल दिए गए है।
जिसका जवाब देते हुए मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि 27.10 लाख टन चावल आबंटन प्राप्त हुआ है और हितग्राहियों द्वारा 26.40 लाख टन चावल उठाव के बाद 0.70 टन बचत चावल की मात्रा है।
उन्होंने पूछा कि अप्रैल-अक्टूबर की चावल फ्री में वितरण करने दी गई है या नही तो भगत ने बताया कि निःशुल्क चावल दिया गया है।
विपक्ष के सदस्यों ने आरोप लगाया की मंत्री गोलमोल जवाब दे रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बृजमोहन अग्रवाल और शिवरतन शर्मा ने कहा कि यह पांच हजार करोड़ के घोटाले का मामला है इसमें जांच होनी चाहिए।
हालांकि सत्ता पक्ष के जवाब से विधायक संतुष्ट नहीं हुए और नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में पहुंच गए।
प्रश्नकाल के दौरान पूरे समय भाजपा के सभी सदस्य नारे लगाते रहे। शोर शराबे के कारण विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।