सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण आज, जानें राशियों पर प्रभाव, सूतक काल, रखें ये सावधानियां

चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगा और शाम 05 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा। ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। इसे भारत समेत यूरोप और एशिया के ज्यादातर हिस्सों में देखा जा सकेगा। इसके अलावा यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।
भारत में मान्य होगा सूतक काल?
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में उपछाया ग्रहण के रूप में दिखेगा। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
कब लगेगा चंद्र ग्रहण : शुक्रवार सुबह 11 बज कर 34 मिनट से शुरू होगा
कब खत्म होगा : शाम 5 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा
कितनी होगी अवधि : चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 59 मिनट की होगी
सूतक काल : शुक्रवार तड़के 1 बजे के बाद शुरू होगा फिर शाम 6 बजे के आसपास खत्म होगा
इन राशियों पर लगेगा ग्रहण
हिंदू पंचांग अनुसार, चंद्र ग्रहण विक्रम संवत 2078 में कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में लगेगा। ऐसे में इस राशि और नक्षत्र में जन्मे लोगों पर ग्रहण का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। वृषभ राशि के जातकों को बेहद सतर्क रहना होगा। इस दौरान वाद-विवाद से बचें।
गर्भवती महिलाओं को भी विशेष सावधानी
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को भी विशेष सावधानी वर्तनी चाहिए। खासकर ग्रहण के दौरान अपने पास किसी भी प्रकार का धारदार हथियार, चाकू, असलाह आदि न रखें। ग्रहण के दौरान ज्यादा से ज्यादा समय मंत्र जाप करें। ग्रहण के बाद स्नान दान करें। इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव कम होगा। जानकारों के मुताबिक ग्रहण काल में गर्भ में पल रहे बच्चों को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के लिस विभिन्न उपाय अपनाने चाहिए। गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। बाहर निकलना जरूरी हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप कर लें। इससे ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर नहीं होगा।
ग्रहण काल में रखें ये सावधानियां –
ग्रहणकाल में प्रकृति में कई तरह की अशुद्ध और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है।
ग्रहणकाल में अन्न, जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।
ग्रहणकाल में कैंसी, सूई, चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें।
ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें।
ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। हालांकि चंद्र ग्रहण देखने से आंखों पर कोई बुरा असर नहीं होता।
ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।