SWATI MALIWAL CASE : बिभव कुमार की अग्रिम जमानत याचिका खारिज, जानिए दिनभर क्या हुआ ..

SWATI MALIWAL CASE: Bibhav Kumar’s anticipatory bail plea rejected, know what happened throughout the day..
स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट मामले में गिरफ्तार विभव कुमार ने तीस हजारी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की, जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी. विभव कुमार की जमानत अर्जी अर्थहीन हो गई है. बहस पूरी होने के बाद लोक अभियोजक ने अदालत को बताया कि विभव कुमार को शाम 4.15 बजे गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले आदेश सुरक्षित रखा गया था.
विभव को कोर्ट में पेश कर सकती है पुलिस –
पुलिस आज ही विभव को कोर्ट में पेश कर सकती है. पुलिस विभव की रिमांड की मांग करेगी. पुलिस जानने की कोशिश में है कि स्वाती मालीवाल ने मारपीट के जो आरोप लगाए हैं उसके पीछे वजह क्या थी? पुलिस की जांच FIR के आधार पर आगे बढ़ रही है. जो लिखित शिकायत दी गई है और जो एफआईआर में दर्ज है. पुलिस विभव को लेकर सीएम आवास भी जाएगी.
आप की लीगल सेल ने कानूनी नोटिस दिया –
विभव की अग्रिम जमानत की खबर में आप की लीगल सेल के सूत्रों ने कानूनी ट्विस्ट देते हुए कहा है कि हमारी तरफ से कोई भी याचिका कोर्ट मे नहीं दी गई है. हमने सिर्फ ऑफीशियली आतिशी की ओर से दर्ज FIR कॉपी मांगने के लिए एक एप्पलीकेशन लगाई है. पुलिस ने CRPC 41 नोटिस के बिना विभव को गिरफ्तार किया है, ये बात हम कोर्ट मे उठाएंगे.
इस ट्विस्ट से अलग विभव कुमार की अग्रिम जमानत पर तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई तो विभव कुमार के वकील एन हरिहरन ने दलील रखते हुए कहा कि विभव कुमार 12 बजे से पुलिस स्टेशन में मौजूद हैं. उनकी गिरफ्तारी की आशंका है. उन पर IPC की धारा 308 समेत अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. कोई ऐसी धारा नहीं लगी है जिसमें 7 साल से ज़्यादा की सज़ा हो.
कोई भी नोटिस इस केस में आरोपी को नहीं दिया गया है. वो 4 घंटे से पुलिस स्टेशन में है. अभी तक वहां से कोई जानकारी नहीं दी गई है कि वहां क्या हो रहा है. हरिहरन ने कहा कि जो आरोप लगे हैं उन पर कोई विश्वास नहीं कर सकता है. अभी विभव की स्थिति क्या है उसके बारे में हमको नहीं पता है. हमको आशंका है कि उसको गिरफ्तार किया जा सकता है. लिहाजा उसे अग्रिम जमानत दी जाए.
विभव कुमार के वकील एन.हरिहरन ने स्वाति मालीवाल की तरफ से दर्ज कराई FIR पढ़ कर कोर्ट को सुनाई. इसी दौरान वरिष्ठ वकील राजीव मोहन भी विभव की पैरवी करने कोर्ट में पहुंच गए. विभव कुमार के वकील ने दलील दी कि CM के निवास स्थान पर कोई ऐसी हरकत क्यों करेगा जैसा आरोप मालीवाल ने लगाया है. स्वाति मालीवाल के आरोप समझ से परे है. विभव ऐसे मारपीट क्यों करना शुरु कर देगा? ये समझ से परे है!
विभव कुमार के वकीलों की ओर से कोर्ट को कुछ वीडियो क्लिप दिखाए जिनसे इस बात की पुष्टि हो सके कि मालीवाल के साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी. जज ने वीडियो देखा.
वकील ने कहा कि वीडियो में स्वाति मालीवाल सोफे पर बैठी नज़र आ रही हैं. वकील ने कहा कि उस समय तक स्वाति पुलिस को कॉल कर चुकी थी. मालीवाल ने धमकी दी कि नौकरी खा जाऊंगी. स्वाति मालीवाल के CM आवास से बाहर निकलने का CCTV वीडियो दिखाया गया.
स्वाती मालीवाल कुर्ती पहने हुए हैं, उसमें कोई बटन नहीं है. तो बटन तोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता. विभव के वकील ने कहा कि स्वाति को कभी DCW का अध्यक्ष बनाया गया था. उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया गया. विभव उनसे ओहदे में काफी नीचे है. क्यों उनसे ऐसी हरकत करेगा! CM की अपनी व्यस्तता हो सकती है. उनके और भी appointment हो सकते है. फिर स्वाति का CM से मुलाकात की ज़िद करना कैसे जायज है? कोर्ट न दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था.
शनिवार को गिरफ्तार हुए थे विभव –
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से सीएम हाउस में हुई मारपीट मामले में आरोपी विभव कुमार को शनिवार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया. विभव को अरविंद केजरीवाल के सीएम हाउस से हिरासत में लिया गया था और वहां से पुलिस उन्हें सिविल लाइन पुलिस स्टेशन लेकर गई थी. दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला था कि विभव दिल्ली से बाहर नहीं बल्कि मुख्यमंत्री आवास में ही मौजूद हैं.
पुलिस विभव को लेकर जैसे ही सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन पहुंची तो वहां AAP के लीगल सेल क प्रमुख संजीव नासियार ने जबरदस्ती घुसने का प्रयास किया. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें धक्का देकर एक तरफ कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक, विभव कुमार ने अपनी शिकायत को लेकर दिल्ली पुलिस को जो मेल भेजा था उसका आईपी एड्रेस भी पुलिस ने ट्रैक किया था. कई टीमें विभव की तलाश के लिए लगातार लगी हुईं थी और फाइनली विभव को सीएम आवास से हिरासत में ले लिया गया और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि 13 मई को स्वाति मालीवाल से मारपीट की घटना सामने आई थी और उन्होंने अरविंद केजरीवाल के करीबी विभव कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद स्वाति ने FIR दर्ज करवाई और शुक्रवार को कोर्ट के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए. उन्होंने विभव पर गंभीर आरोप लगाए गए. मुकदमा दर्ज करने के बाद दिल्ली पुलिस विभव की गिरफ्तारी के लिए लगातार उसकी लोकेशन खंगाल रही थी.
पुलिस ने सीन किया रीक्रिएट –
स्वाति मालीवाल से हुई मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सीएम हाउस पहुंचकर सीन को रीक्रिएट किया. शुक्रवार की शाम 4:40 पर एफएसएल की एक टीम मुख्यमंत्री आवास पर जांच के लिए पहुंची, साथ में दिल्ली पुलिस की भी एक टीम मौजूद थी करीब आधे घंटे के बाद यानी 5:15 पर एफएसएल की टीम अपनी जांच के बाद वापस लौट गई. तकरीबन सवा घंटे के बाद यानी 6:15 बजे FSL की टीम अपनी अत्यधिक और हेवी इक्विपमेंट के साथ वापस मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची और इस दौरान वहां पुलिस टीम भी मौजूद थी.
इसके करीब 8 मिनट के बाद यानी 6:23 पर दिल्ली पुलिस की एक टीम स्वाति मालीवाल के साथ मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची करीब आधे घंटे बाद 7 बजकर पांच मिनट पर स्वाती मालीवाल सीएम आवास से बाहर निकलीं. अंत में दिल्ली पुलिस और एफएसएल की टीम सीएम आवास से रात 12.15 बजे निकली. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने कुछ सीसीटीवी कैमरों का डेटा पेन ड्राइव में ले लिया है. पुलिस आज सुबह जांच के लिए दोबारा सीएम आवास जा सकती है.