CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE : अब सिविल जज बनने के लिए जरूरी होगी वकालत की प्रैक्टिस!

CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE : Now law practice will be necessary to become a civil judge!
नई दिल्ली। CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE सिविल जज बनने की तैयारी कर रहे कानून स्नातकों के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अब सख्त मानक तय कर दिए हैं। अब सीधे ला ग्रेज्युएट्स (LL.B.) सिविल जज की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे उम्मीदवारों को कम से कम तीन साल का वकालत का अनुभव अनिवार्य रूप से होना चाहिए, साथ ही परीक्षा के वक्त अनुभव प्रमाण पत्र भी देना होगा।
CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE यह फैसला सीजेआई जस्टिस बी.आर. गवई, जस्टिस ए.जी. मसीह, और जस्टिस के. विनोद चंद्रन की पीठ ने ऑल इंडिया जजेस एसोसिएशन की जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद दिया है।
कोर्ट ने क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि :
युवा कानून स्नातकों को सीधे न्यायिक पदों पर नियुक्त करने से कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
जज बनने से पहले कोर्ट की कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव होना आवश्यक है ताकि न्यायिक दक्षता और प्रतिस्पर्धा बनी रहे।
CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE न्यायिक प्रणाली की गरिमा को बनाए रखने के लिए वकालत का अनुभव जरूरी है।
अनुभव प्रमाण पत्र के नियम
वकालत की प्रैक्टिस की अवधि की गणना स्टेट बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन की तारीख से होगी।
CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE अनुभव प्रमाण पत्र 10 वर्ष या उससे अधिक का अनुभव रखने वाले वकील या सेवारत ज्यूडिशियल अफसर द्वारा जारी किया जाना अनिवार्य होगा।
कब से लागू होगा?
CIVIL JUDGE EXAM NEW RULE सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह आदेश भविष्य में होने वाली सभी सिविल जज नियुक्तियों पर प्रभावी होगा।