स्टेशन पर शुरू हुई स्क्रीनिंग: बिलासपुर प्लेटफार्म पर मेडिकल स्टाफ तैनात, यात्रियों को बतानी होगी अपनी ट्रेवेल हिस्ट्री
बिलासपुर : कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर रेलवे का अमला भी अलर्ट हो गया है। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश मिलने के बाद एक बार फिर से रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सघन जांच शुरू की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही रेलवे के मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है।
दरअसल, एयरपोर्ट में विदेशों से आने वाले यात्रियों की RT-PCR कराए जा रहे हैं। जबकि, कई ऐसे विदेश यात्री भी हैं, जो मुंबई, दिल्ली, कोलकाता सहित अन्य महानगरों से एयरपोर्ट से उतर कर ट्रेनों में सफर कर शहर पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनकी जांच नहीं हो पा रही है। यह अलग बात है कि सूची देखकर स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घरों तक पहुंच रही है। अब स्वास्थ्य विभाग ने रेलवे को बाहर से आने वाले यात्रियों के ट्रेवल हिस्ट्री एकत्रित कर समन्वय बनाने कहा है।
प्लेटफार्म में शुरू हुआ स्क्रीनिंग टेस्ट
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ओमिक्रॉन को देखते हुए स्टेशन में कोविड-19 स्क्रीनिंग टेस्ट शुरू किया गया है। इसके लिए रेलवे चिकित्सालय में अनुभवी चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे तैनात रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही मेडिकल स्टाफ को नए वैरिएंट से संबंधित ताजा जानकारी से अपडेट कराते हुए विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में स्वास्थ्य के कर्मचारियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है जो बाहर से आने वाले यात्रियों की नियमित जांच कर रहे हैं।
टीकाकरण के लिए भी कर रहे प्रेरित
कोविड-19 से बचाव के लिए रेलवे की ओर से यात्रियों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम यात्रियों से टीकाकरण संबंधी जानकारी भी ले रही है। इस दौरान टीका नहीं लगाने वाले यात्रियों को सुरक्षित रहने के लिए टीकाकरण कराने की नसीहत भी दिए जा रहे हैं।