OBAMA SLAMS TRUMP : ओबामा का ट्रंप पर कटाक्ष ! दुनिया की 80% समस्याओं के पीछे बुज़ुर्ग नेता …

OBAMA SLAMS TRUMP : Obama slams Trump! The elderly leader is responsible for 80% of the world’s problems…
लंदन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दुनिया की मौजूदा राजनीतिक हालात पर बड़ा बयान दिया है। ओबामा ने कहा कि दुनिया की लगभग 80 फीसदी समस्याओं के पीछे बुज़ुर्ग नेताओं का सत्ता पर काबिज़ रहना है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसे नेता हर चीज़ पर, यहां तक कि पिरामिड पर भी अपना नाम लिखवा देते हैं। इस टिप्पणी को सीधे तौर पर 77 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है।
ओबामा का बयान
64 वर्षीय ओबामा लंदन में ब्रिटिश इतिहासकार डेविड ओलुसोगा से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा “यह कहना उचित है कि दुनिया की 80% समस्याओं में वे बुज़ुर्ग लोग शामिल हैं, जो सत्ता छोड़ना नहीं चाहते।” ओबामा ने कहा कि ये नेता हार मानने को तैयार नहीं होते, हर चीज़ पर अपना नाम लिखवाते हैं और इसी को लेकर चिंतित रहते हैं।
ट्रंप पर अप्रत्यक्ष हमला
यह बयान उस वक्त आया जब हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी में बढ़ते अपराधों के चलते नेशनल गार्ड की तैनाती का बचाव किया था। ट्रंप ने कहा था कि “मैं तानाशाह नहीं हूं, बल्कि समझदार इंसान हूं।” उनके विरोधियों ने उन पर तानाशाह की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया था।
पैरासिटामोल विवाद पर भी हमला
लंदन कार्यक्रम के दौरान ओबामा ने ट्रंप की उस टिप्पणी की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने पैरासिटामोल (टाइलेनॉल) और शिशुओं में ऑटिज़्म को जोड़ दिया था। ओबामा ने कहा “यह सच्चाई के खिलाफ हिंसा है। इस तरह के दावे न सिर्फ़ ग़लत हैं बल्कि विज्ञान और जनस्वास्थ्य दोनों के लिए खतरनाक हैं।” ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव ने भी महिलाओं से ट्रंप की सलाह को नज़रअंदाज़ करने की अपील की थी।
भविष्य के दो नजरिए टकरा रहे
ओबामा ने कहा कि अमेरिका और पूरी मानवता के भविष्य को लेकर दो विचारधाराएं आमने-सामने हैं। पहली, प्रगतिशील सोच जो लोकतंत्र के जरिए बदलाव चाहती है। दूसरी, ट्रंप जैसी लोकलुभावन और रूढ़िवादी सोच जो पुराने ढर्रे पर लौटना चाहती है।
पहले भी की थी बुज़ुर्ग नेताओं की आलोचना
2019 में भी ओबामा ने कहा था कि “आमतौर पर बुज़ुर्ग नेता सत्ता से हटते नहीं हैं और जनता के लिए जगह नहीं छोड़ते।” उन्होंने नेताओं से अपील की थी कि वे याद रखें कि वे जनता की सेवा के लिए हैं, न कि जीवनभर सत्ता पर काबिज़ रहने के लिए।